केंद्रीय बजट पेश किए जाने के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री और वित मंत्री को धन्यवाद रेलवे अगले 2 से 3 वर्षों में 200 नई वंदे भारत ट्रेनें, 100 अमृत भारत ट्रेनें, 50 नामो भारत रैपिड रेल और 17,500 सामान्य नॉन-एसी कोच यात्रियों के सफर के अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे।

भारतीय रेलवे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मालवाहक रेलवे बनने के लिए तैयार, इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 1.6 बिलियन टन कार्गो ले जाने का लक्ष्य। केंद्रीय बजट में बड़े आवंटन के चलते, भारतीय रेलवे देशभर में यात्रा को तेज, सुरक्षित और आरामदायक बनाने के लिए तैयार है। अगले दो से तीन वर्षों में 200 नई वंदे भारत ट्रेनें, 100 अमृत भारत ट्रेनें, 50 नामो भारत रैपिड रेल और 17,500 सामान्य नॉन-एसी कोच आने वाले हैं। उन्होंने कहा कि नई ट्रेनें और आधुनिक कोच निम्न एवं मध्यम वर्ग के यात्रियों को बहुत लाभ देंगे।रेलवे, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री ने कहा कि यह बजट विकसित भारत के लिए एक रोड मैप है।
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मालवाहक रेलवे बनने के लिए तैयार है
मीडिया से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 1.6 बिलियन टन कार्गो ले जाने का लक्ष्य रखते हुए दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मालवाहक रेलवे बनने के लिए तैयार है। हाई-स्पीड ट्रेनों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत 2047 तक 250 किमी प्रति घंटे की गति को समर्थन देने वाले 7,000 किमी हाई-स्पीड रेल नेटवर्क का लक्ष्य रख रहा है। स्थिरता पर बात करते हुए, उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे वित्तीय वर्ष 2025-26 के अंत तक 100% विद्युतीकरण हासिल कर लेगा। साथ ही, बजट में छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों को गैर-जीवाश्म ऊर्जा स्रोत के रूप में अपनाने की घोषणा की गई है, और भारतीय रेलवे अपने विद्युतीकरण प्रयासों में अग्रणी भूमिका निभाएगा।