देवघर उपायुक्त विशाल सागर के आदेश पर जिला अंतर्गत चौकीदारों के रिक्त पदों पर सीधी नियुक्ति के लिए 22 दिसंबर को हुई लिखित परीक्षा के बाद सफल अभ्यर्थियों की शारीरिक जांच हेतु टेक्नोलॉजी का बेहतरीन उपयोग किया गया है, ताकि शारीरिक जांच में किसी भी प्रकार की कोई भी गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे। इसके अलावा बुधवार को चौंकीदारों की भर्ती के लिए होने वाली दौड़ में सभी उम्मीदवारो के पैर पर एक चिप बांधकर कंप्यूटर द्वारा नजर रखी जाएगी कि कौन सा उम्मीदवार कितने समय में कितना दौड़ा।

इसके अलावे दौड़ शुरू होने वाली जगह एक सेंसर प्लेट लगा होगा। उम्मीदवार जब यहां से दौड़ना शुरू करेगा, तो उसके टखने पर बंधी इलेक्ट्रॉनिक चिप उसे रेकॉर्ड कर लेगी। फिर हर बार राउंड पूरा होने पर चिप गिनती रेकॉर्ड कर लेगी। उम्मीदवार दौड़ने में कितना समय ले रहा है इसका रेकॉर्ड भी यह चिप रखेगी।


उपायुक्त के निर्देशानुसार रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप का किया गया है उपयोगरेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआई टेक्नोलॉजी) एक छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, आमतौर पर एक माइक्रोचिप के माध्यम से काम करता है, जिस पर जानकारी संग्रहीत होती है और बड़ी मात्रा में डेटा रख सकते हैं।