नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बड़ी घटना घटित हुई है शनिवार रात करीब 9 : 26 में भगदड़ मची और 18 लोगों की मौत हो गई।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे अधिकारियों की लापरवाही से भगदड़ हुई जिसमें 18 लोगों की जान चली गई। इस मामले में रेलवे की ओर से देर रात तक आधिकारिक तौर पर यह नहीं बताया जा सका है कि कितने लोग घायल हुए और कितने लोगों की जान गई।

फिलहाल मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच टीम का गठन किया गया है। वही दूसरी तरफ से घटनास्थल पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार, आरपीएफ के महानिदेशक समेत कई अधिकारी पहुंचे। बताया जा रहा है कि मामले में न तो रेलवे अधिकारी भीड़ का अंदाजा लगा पाए और न ही आरपीएफ के अधिकारी।
रोजाना 5 लाख यात्री करते हैं सफर नहीं था इंतजाम
आपको बता दें कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन काफी व्यस्तम रेलवे स्टेशन के साथ साथ संवेदनशील रेलवे स्टेशन में से एक है। लाखों की संख्या में रोजाना लोगों की आवाजाही होती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 5 लाख यात्री प्रत्येक दिन यहां से आवाजाही करते हैं।
भीड़ को लेकर कोई इनपुट नहीं थी
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की और से खुफिया इनपुट जुटाने के लिए विशेष कर्मी तैनात रहते हैं। इसके बावजूद उनकी और से भी भीड़ को लेकर कोई इनपुट नहीं दिया गया। साथ ही रेलवे के अधिकारी भी स्टेशन पर भीड़ की मॉनिटरिंग नहीं कर सके।
जेनरल टिकट कटते रहे लेकिन भीड़ नियंत्रण पर कोई निर्णय नहीं
रेलवे स्टेशन पर लगातार भीड़ बढ़ती गई जेनरल टिकट कटते रहे लेकिन भीड़ नियंत्रण को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए। रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाती है। स्टेशन के हर प्लेटफार्म की लाइव डीआरएम अपने ऑफिस में देखते हैं। इसके बावजूद स्टेशन पर वह भीड़ को नहीं देख सके। इससे भी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ का होना समझा जा सकता है ।
क्या आनन फानन में लिया जा रहा है निर्णय
महाकुंभ प्रयागराज जाने और वहां से वापस आने को लेकर सभी जगह बेतहाशा भीड़ देखने को मिल रही है। हर तरह अफरा तफरी का माहौल है। सड़क हो या रेलवे स्टेशन कही भीड़ नियंत्रण को लेकर कोई इंतजाम नहीं है। है भी तो कोई नियंत्रण नई है जब जिसको जहां जाना है जा रहे हैं। जब जिसको जो मन कर रहा है कर रहे हैं क्योंकि आपने देखा होगा जो ट्रेन में बैठ गए हैं वो ट्रेन का दरवाजा नहीं खोल रहे हैं वही दरवाजा नहीं खोलने पर स्टेशन पर खड़े लोग ट्रेन के दरवाजे और खिड़कियों को तोड़ रहे किसी पर कोई नियंत्रण नहीं है।
सही सूचना नहीं मिलना क्या हादसे का कारण है
कहा जा रहा है कि प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। लेकिन रेलवे की और से बताया जा रहा है कि 4 स्पेशल ट्रेन चलाई गई है। आपने इससे पहले देखा होगा नेशनल न्यूज चैनल में प्रयागराज स्टेशन बंद होने की खबरें दिखाई गई फिर रेलवे ने कहा रेलवे स्टेशन बंद नहीं किए गए हैं उसे भी मीडिया में दिखाया गया। सही किया गलत किया इसका अभी तक कुछ पता नहीं कब किया निर्णय लिया जा रहा है। ये किसी को पता नहीं।
रेल मंत्री एल जी और रक्षा मंत्री ने दुःख जताया
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक्स पर कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। मैंने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त से बात की है और उन्हें स्थिति से निपटने के लिए कहा है। मुख्य सचिव को राहत कर्मियों को तैनात करने के लिए कहा गया है। मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को घटनास्थल पर मौजूद रहने और राहत उपायों पर नियंत्रण रखने के निर्देश दिए हैं। मैं लगातार ऑपरेशन की निगरानी कर रहा हूं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना को लेकर दुख जताया है। उन्होंने एक्स पर कहा है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से दुखद खबर। रेलवे प्लेटफॉर्म पर भगदड़ के कारण हुई मौतों से मैं बेहद दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ से मैं बहुत दुखी हूँ। मेरी प्रार्थनाएँ उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। पूरी टीम इस दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए काम कर रही है।