देवघर के विश्व प्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ धाम में शिवरात्रि में विशाल शिव बारात का आयोजन 1994 से होता आ रहा है। लेकिन बीते कुछ वर्षों से शिव बारात आयोजन में विवाद होने लगा है।

इस वर्ष भी शिव बारात को लेकर दो गुटों में खींच तान शुरू हो गई है। शिव बारात आयोजन को लेकर बनी कमेटी शिवरात्रि महोत्सव समिति पर दोनों गुट दावा कर रहे हैं। जिसके कारण महाशिवरात्रि पर निकलने वाले शिव बारात कानूनी दांव पेंच में फंस गया है। दरअसल मामला सामने तब आया जब दोनों गुट के द्वारा देवघर अनुमंडल पदाधिकारी सह बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर प्रभारी रवि कुमार को आवेदन देकर शिव बारात निकालने की बात कही गई। जिसके बाद एसडीओ रवि कुमार ने अपने कार्यालय में दोनों गुट को बुलाकर समीक्षा किया । इस दौरान एसडीओ ने पाया कि दोनों संस्था का रजिस्ट्रेशन नंबर एक ही है। वहीं समिति का भी नाम एक ही है इसके बाद एसडीओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों पक्षों को सभी दस्तावेज जमा करने को कहा है। इस दौरान अभिषेक आनंद झा की अध्यक्षता वाली गुट ने एसडीओ को सारे दस्तावेज जमा कर दिए। वही बाबा बलियासे की अध्यक्षता वाले गुट ने कागजात जमा करने के लिए 2 दिन का मोहल्लत मांगा है। हालांकि इसको लेकर एसडीओ ने कहा कि दोनों पक्षों से कागजात आने के बाद संस्था के जो रजिस्ट्रेशन का कानून है उसके तहत ही निर्णय लिया जाएगा। सभी एक्ट को ध्यान में रखते हुए निर्णय होगा।
बाबा भोलेनाथ अध्यक्ष एक मंच पर आकर निकाले शिव बारात : बाबा बलियासे
इस संदर्भ में दूसरे गुट के अध्यक्ष बाबा बलियासे ने कहा कि हम दो साल से कर रहे है । 2023 में अगर आप अध्यक्ष थे तो 2024 में कहां थे । क्या गारंटी है कि आप हर साल कीजिएगा। चंदा के नाम पर क्या होता है पूरा शहर देखा है। रही बात आईटीआर फाइल करने की तो वह मार्च क्लोजिंग के समय कराएंगे। शिव बारात में कोई अध्यक्ष नहीं है अध्यक्ष बाबा भोलेनाथ हैं। हम संयोजक हैं हम सब से अपील करते हैं सब एक साथ आए और बाबा भोलेनाथ को साक्षी मानकर एक बाराती निकालें, जिससे कि देवघर का शोभा बढ़ेगा। सब सनातनी हैं और सनातनी धर्म को बढ़ाते हुए कम करें। सब पोस्टर बैनर के लिए अध्यक्ष बनना चाहते हैं। बाबा बलियासे महामंत्री थे तो एक भी फोटो बैनर नहीं लगाए थे। हम काम का दाम देते हैं पोस्ट का दिखावटी नहीं करते हैं।
देवघर बर्दाश्त नहीं करेगा तुगलकी फरमान सभी देवघरवासियों का समर्थन मेरे साथ : अभिषेक आनंद झा
इस संदर्भ को लेकर एक गुट के अध्यक्ष अभिषेक आनंद झा ने कहा कि वर्ष 2023 शिवरात्रि महोत्सव समिति का अध्यक्ष मैं हूं । हाँ मुझे राजनारायण खवाड़े उर्फ बबलू खवाड़े व अन्य लोगों ने सर्वसहमति से अध्यक्ष बनाया था। हमारे पास संस्था के सारे दस्तावेज है उनके पास है तो वह दिखाएं। दो वर्ष से कोषाध्यक्ष ने अपना हिसाब नहीं सौंपा है कहां से फंडिंग हुई इसका भी जिक्र आईटीआर में नहीं किया है। यह खुद 2024 में फेसबुक पर लिखे थे कि महाशिवरात्रि महोत्सव समिति भंग हो गया है फिर यह उसके माध्यम से दावा कैसे कर रहा है। बाबा पूरे विश्व के हैं अगर इसमें कोई राजनीति करेंगे तो देवघर वाले बर्दाश्त नहीं करेंगे। ये संभव नहीं है। कोई एक आदमी तुगलकी फरमान जारी कर दे रहा है कि इस बार कौन अध्यक्ष बनेगा। देवघर वासी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे । 2 वर्ष के शिव बारात का ऑडिट होना चाहिए। देवघर का इज्जत प्रतिष्ठा है एक आदमी अगर 500 ही देता है तो उसको लगता है कि मेरा यह हक है औ शिव बारात में पार्टिसिपेट करता है। वर्ष 2024 में जो शिव बारात निकला था वह टावर चौक पर जाकर अस्त व्यस्त हो गया था।
शिव बारात आयोजन को लेकर दो आवेदन प्राप्त हुए हैं : एसडीओ
देवघर के अनुमंडल पदाधिकारी सह बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर प्रभारी रवि कुमार ने कहा कि शिव बरात का आयोजन को लेकर दो आवेदन प्राप्त हुए हैं। दोनों का दावा एक ही संस्था पर है। दोनों से दस्तावेज मांगे गए हैं। संस्था किसी एक का ही होगा, विधि सम्मत निर्णय लिया जाएगा।
महाशिवरात्रि में कब क्या हुआ

1994 : शिवरात्रि महोत्सव समिति की स्थापना, जयप्रकाश सिंह की अध्यक्षता में निकला था शिव बारात
1995 : सर्वसहमति से राजनारायण खवाड़े उर्फ बबलू खवाड़े चुने गए थे अध्यक्ष
2021 : कोरोना के कारण बंद था शिव बारात
2023 : अभिषेक आनंद झा के अध्यक्षता में निकला था शिव बारात
2023 : रूट लाईन को लेकर सांसद (निशिकांत दुबे) और जिला प्रशासन (उपायुक्त मंजू नाथ भजयंत्री एसडीओ दीपांकर चौधरी) के बीच विवाद हो गया जिसके बाद एसडीओ ने धारा 144 लागू करते हुए कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा तय किए गए रूट में बारात निकलेगी जिसके बाद सांसद हाईकोर्ट गया था। सांसद ने नया रूट बनाया था । अन्ततः जिला प्रशासन के रूट लाईन में ही बारात निकाली गई थी।
2024 : कागजातों पर अभिषेक आनंद झा वहीं स्ट्रीम मीडिया में सांसद निशिकांत दुबे की अध्यक्षता में निकली थी शिव बारात।
सोशल मीडिया से प्राप्त लेटर 👇
