रामगढ़ शहीद कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी का पार्थिव शरीर देर रात रांची एयरपोर्ट से रामगढ़ सैन्य अस्पताल लाया गया।

इस दौरान रामगढ़ की हृदयस्थली सुभाष चौक पर सिख समाज के लोगों के साथ शहर के आम गण्यमान्य लोगों ने जो बोले सो निहाल के साथ भारत माता की जय एवम बंदे मातरम के नारे लगाए। 25 वर्षीय कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी मंगलवार तारीख 11 फरवरी को अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास IED की चपेट में आने से शहीद हो गए थे।
इस मौके पर रामगढ़ गुरुनानक पब्लिक स्कूल के पूर्व चेयरमैन ने कहा कि अपनी ड्यूटी के दौरान उसने शहादत दी है उसके पार्थिव शरीर को रामगढ़ आने पर सिख समाज ने नम आंखों से उसकी विदाई दी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करते हुए कहा कि कब तक हमारे देश के जवान शहीद होते रहेंगे इस पर कठोर निर्णय लेने की जरूरत है। आगे कहा कि यह सिख समाज के लिए गौरव की बात है क्योंकि सिख समाज हमेशा से शहादत देते आ रहे हैं और शहादत उनके विरासत में लिखी हुई है।