दुमका जिले के मसलिया प्रखंड में बेलियाजोर ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत केंद्रघाटा व फुलशहरी गांव तक पानी नही पहुंचने पर ग्रामीण महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया।

सैकड़ो की संख्या में महिलाएं डब्ल्यूटीपी पहुंकर अविलंव पानी चालू करने की मांग करने लगे। बता दे कि दोनों गांवो में पाइप बिछाया गया है। लेकिन अभी तक पानी नही दिया गया है। बीच सड़क को तोड़ कर पाइप विछाया गया, डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी नल से जल एक भी घरों तक नही पहुंचाया गया है। इससे संवेदक के लापरवाही साफ झलकता है। डब्ल्यूटीपी से दोनो गांवो की दूरी करीब आधा किलोमीटर है। इसके बाबजूद भी योजना के लाभ से लोग बंचित है।
इस योजना का काम वर्ष 2022 में शुरू हुआ था
25 मार्च 2022 को इस योजना की शुरुआत हुई थी। जो 24 मार्च 2023 तक कार्य पूर्ण हो जाना था। इस योजना की लागत 19.96 करोड़ है। संवेदक के सुस्त कार्यशैली के कारण 23 महीने बीत गया, कार्य पूर्ण नही हो सका। दलाही में स्थित बेलियाजोर ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत बिछायी गयी पाइप लगातार लीकेज हो रहा है। जिससे ग्रामीणों को एक किलोमीटर के अंदर ही सही तरीके से पानी सप्लाई नही हो पा रहा है। सड़क किनारे पाइप लीकेज से रोजाना शुद्ध पेयजल बर्बाद हो रहा है।
25 गांव को पानी मिलना था लेकिन एक भी गांव को नहीं मिला
इस योजना से कुल 25 गांव लाभान्वित होना था लेकिन सही तरीके से आधा गांव तक पानी नही पहुंचाया गया है। कई गांवों में अभी तक कनेक्शन पूरा नही हुआ है बताया जाता है कि दलाही हाईस्कूल मोड़,आशीर्वाद कंप्यूटर सेंटर के पास, भगत चौक के पास ,पिछुली सड़क किनारे कई जगहों में पाइप लीकेज की समस्या बरकरार है। जहां से रोजाना हजारों लीटर शुद्ध पेयजल बर्बाद हो रही है। लोग शुद्ध पेयजल के लिए तरसता है वही संवेदक के लापरवाही से रोजाना शुद्ध पेयजल बर्बाद हो रही है।