देवघर का अंश राज केलकुलेटर बॉय और गूगल बॉय के नाम से प्रसिद्ध है।

अंश के नाम दर्जनों से अधिक विश्व रिकॉर्ड जुड़ चुका है और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भी नाम गया हुआ है। अंश राज महज 9 साल का है और केलकुलेटर से भी तेज गणना करते हैं। 12 मार्च की 2025 का दिन हो या 12 मार्च 1960 का दिन पूछ लीजिए चाहे आप वर्ष 2060 का कोई तारीख का दिन पूछ लीजिए 2 से 5 सेकेंड के अंदर वो आपको सही जवाब देंगे ।
अंश राज बोलने से अधिक लिखने में विश्वास करते हैं और आप जो भी सवाल उसे देंगे वो आपको 5 सेकेंड के अंदर उसका जवाब आपको लिख देंगे ।
केलकुलेटर बॉय क्यों कहते हैं
एक तो केलकुलेटर से तेज जोड़ घटा गुणा भाग कर देते हैं दूसरी बात है कि अंश राज 24 घंटे अपने पास केलकुलेटर को साथ में रखते हैं और हमेशा कुछ ना कुछ गुना भाग करते रहते हैं। अंश के माता पिता कहते हैं कि क्या गुना भाग करता है हमलोगों को कुछ समझ में नहीं आता है केलकुलेटर की क्षमता से अधिक का नंबर का कैलकुलेशन वो करते हैं। उसके पिता कहते हैं कि कभी कभी देखते हैं कॉपी में लिखते हैं और हमलोग केलकुलेटर से ट्राई करते हैं तो केलकुलेटर भी फैल हो जाता है। केलकुलेटर बॉय इसलिए कहते क्योंकि कभी भी वो केलकुलेटर को नहीं छोड़ते हैं हमेशा अपने साथ रखते हैं।
80 संख्याओं का घन 6 मिनट और 8 सेकेंड में किया हल
अंश राज के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड दर्ज है जिसे सुनकर सभी आशर्चचकित हो जाते हैं। 80 संख्याओं का घन केवल छह मिनट और आठ सेकेंड में हल कर सभी को चौका दिया था। किसी भी संख्या का घन लिखने जैसे 88 का घन 681472 लगभग छह या सात संख्याओं का होता है। यह वर्ल्ड रिकॉर्ड अंश ने महज सात वर्ष चार महीने की उम्र में ही बना लिया है। उसके इस वर्ल्ड रिकॉर्ड को वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।
अंश राज के नाम 10 से अधिक वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है
इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड- वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स
वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड्स- ओएमजी बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स- हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड्स
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड- एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड , ओएमजी वर्ल्ड रिकॉर्ड

स्कूल के शिक्षक सवाल देते ही हल कर देते हैं अंश
अंश राज के माता रितु कुमारी और पिता आलोक कुमार ने कहा कि अंश बचपन से ही काफी मेहनती हैं और गणित के प्रति बहुत अधिक रुचि है। बीकेडी न्यूज झारखंड के साक्षात्कार में उसके माता पिता से पूछा गया कि अंश स्कूल जाता है तो कहा कि अंश राज को पढ़ाना स्कूल के शिक्षक के बस की बात नहीं है। स्कूल जाता है शिक्षक कुछ बनाने देता है उसे सेकेंडों में बना कर बैठ जाता है। उसके पिता आलोक कुमार कहते हैं कि हम खुद गणित के शिक्षक हैं लेकिन एक स्कॉयर और घन निकालने में जितना समय लगाते हैं उतना समय में अंश 100 स्कॉयर और घन निकाल कर बैठ जाते हैं।