क्या राजद में नहीं होता है चुनाव हर जिले में एक ही व्यक्ति का रहता है एकाधिकार ?
दुमका झारखंड में राजद अपने संगठन को मजबूत करने के लिए सभी प्रखंड से लेकर जिला अध्यक्षों का चुनाव करवा रहे हैं।

चुनाव को लेकर बकायदा चुनाव प्रभारी की भी नियुक्ति की गई है। लेकिन राज्य के जिलों के जिला अध्यक्ष की जब आप सूची को देखेंगे तो आपको लगेगा कि झारखंड में राजद संगठन में चुनाव की कोई प्रक्रिया नहीं है कार्य के आधार पर कोई चयन नहीं किया जाता है और न ही संगठन की कार्यप्रणाली पर कोई ध्यान दिया जाता है। यहां संगठन के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है। हम बात करेंगे दुमका जिला के जिला अध्यक्ष की दुमका के जिला अध्यक्ष डॉ अमरेन्द्र कुमार को बनाया गया है। डॉ अमरेन्द्र पूर्व में भी राजद के दुमका जिला अध्यक्ष रह चुके हैं। संगठन को कितना मजबूत किया कितना नहीं ये जब आप धरातल पर जाएंगे या चुनाव में उतरेंगे तो समझ में आएगा चुकी राजद दुमका जिला के किसी भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ती है इसलिए संगठन मजबूती का कुछ पता नहीं चलता है।
राजद से अलग होकर निर्दलीय और सपा से लड़ा चुनाव फिर मिली जिम्मेदारी
लेकिन चुनाव को लेकर सवाल इसलिए खड़े हो रहे हैं क्योंकि उन्होंने राजद से अलग होकर जरमुंडी विधानसभा का 2019 और 2024 का चुनाव लड़ा । 2019 में जिला अध्यक्ष रहते पार्टी से अलग होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा। वापस फिर पार्टी ने जिला अध्यक्ष बनाया। 2024 में राजद से इस्तीफा दिया या नहीं पार्टी ने हटाया या नहीं ये नहीं मालूम लेकिन इतना जरूर है कि 2024 के चुनाव में इंडिया गठबन्धन मिलकर पूरे झारखंड में चुनाव लड़ रही थी और जरमुंडी सीट कांग्रेस के खाते में थी और पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख चुनावी मैदान में थे ।

उस समय भी राजद से अलग होकर समाजवादी पार्टी से साइकिल के सिंबल पर चुनाव लड़ा और डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दिया या नहीं राजद ज्वॉइन किया या नहीं ये तो नहीं मालूम लेकिन राजद के जिला निर्वाचन पदाधिकारी राजकुमार गुप्ता एवं जिला सहायक निर्वाचन पदाधिकारी प्रमोद यादव की देखरेख में जिला अध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया संपन्न हुई और फिर डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव को दुमका जिला अध्यक्ष की कमान सौंप दी गई ।