
देवघर उपायुक्त ने भी०आइ०पी० (VIP), भी०भी०आई०पी० (VVIP) एवं आउट ऑफ टर्न दर्शन (Out of turn darshan) पर, पूर्व की तरह इस बार भी सावन माह में पूर्णतः रोक लगाई गई है, ताकि श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जर्लापण कराया जा सके। ज्ञात हो कि देवघर के बाबा बैजनाथ धाम मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ को देखते हुए, उनके जान माल की सुरक्षा व सुगम जलार्पण हेतु ऐसा कदम उठाया गया है। साथ हीं श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा को देखते हुए श्रावणी मेला के दौरान भी०आइ०पी० एवं आउट ऑफ टर्न दर्शन पर पूर्णतः रोक 2015 से ही लगाई गयी है। वर्ष 2015 में सावन माह में श्रद्धालुओं की लंबी कतार में अचानक से अहले सुबह भगदड़ मच गई और 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी । यह घटना 10 अगस्त 2015 को घटी थी। जिसके बाद से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वीआईपी वीवीआईपी और आउट ऑफ टर्न पूजा पर रोक लगा दी गई। और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए अरघा के माध्यम से जलार्पण की भी व्यवस्था की गई। कुछ वर्षों से देखा जा रहा है कि आंतरिक अरघा के साथ साथ साथ बाह्य अरघा की भी व्यवस्था की जाती है। आंतरिक अरघा के माध्यम से श्रद्धालुओं जलार्पण के वक्त बाबा का दर्शन कर सकते (शिवलिंग पर जल चढ़ते देख सकते हैं) बाह्य अरघा के माध्यम सामने से देख नहीं सकते हैं लेकिन बाह्य अरघा का भी जल बाबा पर चढ़ाया जाता है और उसे भी बाबा मंदिर के ऊपर लगे एल ई डी स्क्रीन पर देख सकते हैं।