
दुमका झारखंड के दुमका के आदिम जन जाति माल पहाड़िया समुदाय की बेटी बबिता सिंह ने JPSC 2024 में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर चयनित होकर इतिहास रच दिया है। बबिता की इस उपलब्धि ने न केवल उनके समुदाय, बल्कि पूरे झारखंड को गौरवान्वित किया है। दुमका के सुदूर इलाकों से आने वाली बबिता सिंह की कहानी संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास की मिसाल है। माल पहाड़िया समुदाय, जो एक आदिम जनजाति है और विलुप्त होने की कगार पर है, उस समुदाय से आने वाली बबिता ने JPSC की 11वीं व 13वीं परीक्षा में सफलता हासिल की है।
संसाधनों की कमी को बहाना बनाकर नहीं, बल्कि उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर…
उनके इस उपलब्धि की चर्चा हर तरफ हो रही है। दुमका के पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खैरवार ने अपने आवासीय कार्यालय में बबिता और उनके माता-पिता को शॉल, बुके और मिठाई देकर सम्मानित किया। इस मौके पर एसपी ने कहा कि बबिता की मेहनत और लगन ने साबित कर दिया कि संसाधनों की कमी को बहाना बनाकर नहीं, बल्कि उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर सफलता हासिल की जा सकती है। वही पहाड़िया समुदाय के लोग बबिता के घर पर उन्हें बधाई देने पहुंच रहे है। पहाड़िया समुदाय के लोग बबिता के घर पहुंचकर उन्हें और उनके माता पिता को शॉल और बुके देकर सम्मानित किया। समुदाय के प्रतियोगी छात्र बबिता को अपनी प्रेरणा मान रहे हैं। बबिता की कहानी अब युवाओं के लिए एक मिसाल बन गई है।
2021 से मैंने JPSC की तैयारी शुरू की थी
बबिता ने अपने संघर्ष के बारे में लोगों से साझा किया और कहा की मेरे पास कोचिंग के लिए पैसे नहीं थे। मैंने यूट्यूब और टेलीग्राम के जरिए पढ़ाई की और अपने नोट्स बनाए। 2021 से मैंने JPSC की तैयारी शुरू की थी। मेहनत और संघर्ष से ही मैं आज इस मुकाम पर पहुंची हूं। मैं युवाओं से कहना चाहती हूं कि मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।”बबिता का परिवार बेहद गरीब पृष्ठभूमि से है। उनके पिता बिंदु लाल सिंह एक प्राइवेट स्कूल में हेल्पर हैं, मां गृहिणी हैं, और भाई प्रशांत सिंह पोस्ट ऑफिस में कार्यरत हैं। बबिता की इस सफलता ने उनके परिवार और समुदाय को नई उम्मीद दी है।इस मौक़े पर बसंत पहाड़िया ने कहा की बबिता की इस सफलता ने पूरे पहाड़िया समुदाय को गौरवान्वित किया है। हम उनकी कहानी को हर परिवार तक पहुंचाएंगे।
यह सफलता हमारे युवाओं के लिए एक आशा की किरण है, जो अशिक्षा और नशे जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं।”बबिता सिंह की यह उपलब्धि न केवल उनके समुदाय, बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा है।
उनकी कहानी बताती है कि मेहनत और लगन से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। हमारी ओर से बबिता को ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं।