
लातेहार वन प्रमंडल अंतर्गत बीसी-02 क्षेत्र में वन्यप्राणी शिकार की एक बड़ी कोशिश को वन विभाग ने समय रहते विफल कर दिया। विभाग की सक्रियता के चलते चार शिकारियों को गिरफ्तार कर उनके पास से चार भरठुआ बंदूक बरामद की गई है, जबकि दो अन्य आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।जानकारी के अनुसार, 17 अगस्त को लगभग दोपहर 12:45 बजे वनपाल अपने स्टाफ के साथ बंजारी मार्ग में गश्ती पर थे। इसी दौरान ललमटिया क्षेत्र स्थित एंटी पोचिंग कैंप को लगभग 1:30 बजे गोली चलने की आवाज सुनाई दी। सूचना मिलते ही गश्ती दल मौके की ओर रवाना हुआ। वहां मौजूद दो आरोपियों – लोधा मुण्डा और लखन परहिया – ने स्टाफ को देखते ही उन पर भरठुआ बंदूक से फायरिंग कर दी। गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ। सतर्कता बरतते हुए स्टाफ ने दोनों आरोपियों को मौके पर ही दबोच लिया और उनके पास से दो भरठुआ बंदूक जब्त की गई।गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में फरार दो अन्य आरोपियों की जानकारी मिली, जिनके संबंध में बताया गया कि वे संभवतः रात में अपने घर गए होंगे। इस सूचना के आधार पर 18 अगस्त की सुबह 5:00 बजे वन विभाग की टीम ने चुंगरू गांव में छापेमारी कर दोनों फरार आरोपियों को भी उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से भी दो भरठुआ बंदूक बरामद की गई।चारों आरोपियों के विरुद्ध वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 50 के तहत कार्रवाई की गई है। सभी को विधिक प्रक्रिया के तहत जेल हाजत, लातेहार भेज दिया गया है।वन विभाग के अनुसार जंगलों में शिकार की गतिविधियों पर रोकथाम के लिए गश्ती और निगरानी बढ़ा दी गई है। फरार अपराधियों की तलाश जारी है तथा वन्यजीव संरक्षण के लिए अभियान को और सख्ती से चलाया जाएगा।