रांची झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर कहा कि नगड़ी के आदिवासी/ मूलवासी किसानों की आवाज उठाने से रोकने के लिए झारखंड सरकार ने आज सुबह से मुझे हाउस अरेस्ट कर लिया है।

इससे पहले उन्होंने पत्रकारों की गिरफ्तारी पर भी सवाल उठाए थे
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने लिखा था …. आज शाम रांची पुलिस ने बिना किसी ठोस वजह के पत्रकार तीर्थनाथ आकाश को गिरफ्तार कर लिया। मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है और यह गिरफ्तारी “सच” को दबाने का प्रयास है। रिम्स-2 में आदिवासी समाज की जमीन लूट एवं सूर्या हांसदा के एनकाउंटर का मामला लगातार उठा रहे आकाश ने जिस प्रकार सच को सामने लाने का जज्बा दिखाया, उसके बाद, उस आवाज को रोकने के लिए यह कार्यवाही की गई है। पिछले कुछ समय से झारखंड सरकार का पैटर्न एकदम स्पष्ट है – अगर आप आदिवासी समाज कि आवाज उठाने, या सरकार को सच का आईना दिखाने का प्रयास करेंगे, तो आपको फर्जी मामलों में फंसा कर गिरफ्तार किया जायेगा, या फिर फर्जी एनकाउंटर… शायद सरकार यह भूल चुकी है कि जनता सब देख रही है।