
दुमका के मुफसिल थाना क्षेत्र के चोरकट्टा गांव में बीते 19 अगस्त को हुए सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस जघन्य वारदात को किसी और ने नहीं, बल्कि मृतक दंपति के छोटे दामाद सुबल साहा ने ही अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके पास से चोरी किए गए जेवरात और मोबाइल भी बरामद किए हैं।
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दुमका एसपी पीतांबर सिंह खैरवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मृतक नवगोपाल साहा और बिमू बाला साहा के दो बेटियां और एक बेटा है। घटना से एक दिन पहले, 18 अगस्त को, इनका बेटा अजय साहा अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मानसा पूजा के लिए अपने ससुराल गोड्डा गया हुआ था। 19 अगस्त की रात करीब 10 बजे, पश्चिम बंगाल के दिगुली गांव का रहने वाला सुबल साहा उर्फ भुलु साहा अपने ससुर के घर चोरकट्टा पहुंचा।
दामाद ने ससुर से दो लाख रुपये मांगा
उसने फोन कर दरवाजा खुलवाया। सास-ससुर ने दामाद के खतरनाक मंसूबो से अनजान उसका देर रात होने के बाबजूद अच्छा स्वागत किया और उसे खाना खिलाया। खाना खाने के बाद, सुबल ने अपने ससुर से दो लाख रुपये मांगे, लेकिन उन्होंने देने से इनकार कर दिया। इसी बात पर दोनों के बीच तीखी बहस हो गई। बहस के बाद सुबल दूसरे कमरे में सोने चला गया, लेकिन देर रात वह फिर उसी कमरे में लौटा जहां उसके सास-ससुर सो रहे थे। पैसों के लालच और पुराने आक्रोश में उसने सोते हुए ससुर के सिर पर ईंट से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बाथरूम गई सास बिमू बाला जब वापस लौटीं और यह खौफनाक मंजर देखा, तो चीखने लगीं। इससे पहले कि वह मदद के लिए पड़ोसियों को बुला पातीं, दामाद ने लकड़ी के पीढ़े से उनके सिर पर भी हमला कर दिया। इसके बाद उसने दोनों के सिर पर तब तक ईंट से हमला किया, जब तक उनकी मौत नहीं हो गई।
फोन की ट्रेसिंग की और सभी से पूछताछ शुरू की
हत्या के बाद आरोपी सुबल ने अपनी सास का सोने का चेन, दो बालियां, एक ब्रेसलेट और ससुर का मोबाइल फोन लिया और उसी रात फरार हो गया। पुलिस ने मृतक के रिश्तेदारों के फोन की ट्रेसिंग की और सभी से पूछताछ शुरू की। जब सुबल से घटना वाली रात के बारे में पूछा गया,तो उसने बताया कि वह अपने घर दिगुली, पश्चिम बंगाल में था और झारखंड आया ही नहीं था। लेकिन उसके मोबाइल लोकेशन ने उसे पुलिस के शक के दायरे ला दिया। उसका फोन लोकेशन ससुर के गांव चोरकट्टा दिखा रहा था। शक गहराने पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो सुबल ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर हत्या के समय पहने खून से सने कपड़े, ससुर का मोबाइल और सास के जेवरात भी उसके घर से बरामद किए गए। जांच में सामने आया कि इस हत्याकांड की वजह सिर्फ पैसों का लालच नहीं, बल्कि एक लंबी पारिवारिक रंजिश थी। कुछ साल पहले नवगोपाल साहा ने अपने भाइयों के साथ मिलकर एक जमीन बेची थी, जिससे उन्हें करीब 20 लाख रुपये मिले थे। इन पैसों में से उन्होंने अपनी बड़ी बेटी और दामाद को घर बनाने के लिए कुछ पैसे दिए, लेकिन बेटे और छोटी बेटी को कोई हिस्सा नहीं दिया।
जमीन का पैसा नहीं मिलने पर….
आरोपी दामाद सुबल साहा को लगता था कि उसके साढ़ू और उसकी पत्नी ने सास-ससुर को उसके खिलाफ भड़का दिया है। सुबल खुद जेसीबी और हाईवा चलाता था और उनकी आर्थिक मदद भी करता था, लेकिन जमीन के पैसों में हिस्सा न मिलने की बात उसे बहुत बुरी लगी। यही पुराना गुस्सा और आक्रोश आखिरकार इस भयानक हत्याकांड में बदल गया।