
देवघर में आयोजित भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक में उस समय माहौल और भी गरमा गया जब प्रदेश के पूर्व मंत्री रणधीर सिंह ने झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी पर सीधा और तीखा हमला बोला। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से भरे पंडाल में रणधीर सिंह ने मंच से गरजते हुए कहा “इरफान अंसारी जैसे बड़बोलापन करने वाले मंत्री को जनता गंभीरता से नहीं लेती। अगर उनमें वाकई दम है तो भाजपा का एक भी कार्यालय छूकर दिखाएँ। और अगर इरफान अंसारी एक बाप का पैदाइश हैं तो भाजपा कार्यकर्ताओं के सामने आकर दफ्तर को हाथ लगाकर दिखाएँ।”
दरअसल, इरफान अंसारी ने हाल ही में बयान दिया था कि “यदि राहुल गांधी आदेश देंगे तो झारखंड में भाजपा का एक भी कार्यालय नहीं बचेगा।” इसी पर पलटवार करते हुए रणधीर सिंह ने उन्हें खुली चुनौती दी।
रणधीर सिंह ने कहा कि भाजपा की ताकत उसकी युवा सेना है। “जब तक युवा खड़े हैं, तब तक संथाल में भाजपा कमजोर नहीं हो सकती। कार्यसमिति की बैठक का मुख्य उद्देश्य भी यही है कि युवाओं को केंद्र सरकार की उपलब्धियों से जोड़ा जाए और संगठन की जड़ों को मजबूत किया जाए।”
पूर्व विधायक नारायण दास ने भी रणधीर सिंह की बात का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा का जनाधार युवाओं की मेहनत और आस्था से ही बढ़ेगा।
भाजपा नेताओं की यह गरज और चुनौती कार्यसमिति की बैठक को और भी चर्चित बना गई है। देवघर की धरती से निकला यह बयान न केवल इरफान अंसारी बल्कि पूरे झारखंड की सियासत में गर्माहट घोलने वाला साबित हो रहा है।