
गुमला सीट से चुनाव लड़ चुकी आदिवासी समाज की बेटी निशा भगत को जयराम कुमार महतो ने जे एल के एम पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। पार्टी से निकाले जाने पर निशा भगत ने मीडिया से बात करते हुए जयराम कुमार महतो पर बड़ा आरोप लगाया उन्होंने कहा कि मैने ईसाई समुदाय के बारे में बोली तो जे एल के एम को मिर्ची नहीं लगी । कुर्मी समुदाय के लिए बोली तो बवाल कर रहे हैं। कुर्मी समुदाय किसी कीमत पर आदिवासी हितैषी नहीं हो सकते। पार्टी पहले छोड़ती तो कुर्मियों के मानसिकता का पता नहीं चलता। उम्मीद करती हूं किजयराम महतो की मानसिकता का पता चल गया होगा सभी धर्मों के लोगों को लेकर चलने की हैसियत नहीं है। सुश्री को श्रीमती बना दिया इन्होंने।
कुर्मी समाज को एसटी में शामिल करने का विवाद
झारखंड में कुर्मी समाज की और से लगातार आंदोलन कर रहे हैं और कुर्मी समाज को एसटी में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। इस आंदोलन को लेकर निशा भगत ने मीडिया में बयान दिया कि रोड जाम करें ट्रेन रोके या और भी बड़ा आंदोलन करे लेकिन आदिवासियों का हक छीनने नहीं देंगे किसी भी हालत में कुर्मी समाज को एसटी में शामिल नहीं होने देंगे जिसके बाद जे एल के एम के सुप्रीमों जो कुर्मी समाज से आते हैं जयराम कुमार महतो ने निशा भगत को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया।
