
देवघर // रोहिणी सत्संग मुख्य मार्ग के किनारे नाजायज मजमा बनाकर एक विशेष समुदाय व अन्य लोगों के द्वारा आर सेटी प्रशिक्षण केन्द्र से सटे गोड़धोवा मौजा नंबर 274 दाग नंबर दो के 7 एकड़ 31 डिसमिल खाली जमीन जो पंजी दो में गैरमजुरवा खास कहके दर्ज है। जिसे हड़पने की नीयत से उक्त भूखण्ड की जुताई कर झोपड़ी नुमा बनाया जा रहा है। जिस भूखण्ड का उपयोग विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा में शारीरिक दक्षता परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों द्वारा दौड़ के लिए किया जाता है।
जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई
इसको लेकर युवाओं ने रविवार को लोकतांत्रिक तरीके एक विरोध प्रदर्शन कर सरकारी जमीन पर हो अतिक्रमण को रोकने व स्टेडियम की मांग को लेकर जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। युवाओं ने अतिक्रमण कारियों के खिलाफ न्यायोचित कार्यवाही की मांग की। सरकारी जमीन को हड़पने की नीयत से अवैधानिक तरीके से कार्य प्रारम्भ किया जो अनवरत जारी है। उक्त जमीन पर अतिक्रमण कारियों के द्वारा जमीन हड़पने की नीयत से चारों ओर कटिली झाड़ी लगा दिया गया है। जिससे छात्रों को दौड़ लगाने में घोर परेशानी का सामना कर पड़ रहा है।
अतिक्रमण कारियों से मुक्त कराकर खेल स्टेडियम बनाने की गुहार लगाई है।
सरकारी जमीन को बचाने के लिए युवाओं ने स्व हस्ताक्षरित आवेदन उपयुक्त, अनुमंडलाधिकारी देवघर, पुलिस अधीक्षक देवघर , अंचलाधिकारी देवघर एवं थाना प्रभारी जसीडीह को निबंधित डाक के द्वारा 4 सितम्बर 2025 को भेजकर सरकारी जमीन को अतिक्रमण कारियों से मुक्त कराकर खेल स्टेडियम बनाने की गुहार लगाई है। मूल रैयत के परिजन का कहना है कि यह मौजा मूल रैयती है जिसका मूल रैयत सूर्य नारायण पाण्डेय थे जिन्होंने उक्त जमीन व दाग नम्बर का पट्टा किसी भी रैयत को निर्गत नहीं किया है। किसी भी रैयत को पट्टा देने का अधिकार सिर्फ मूल रैयत को है।
निगम क्षेत्र का एक मात्र बड़ा भूखंड जिसे सार्वजिनक हित के लिए उपयोग किया जा सकता है।
हस्ताक्षरित युवाओं ने बताया कि स्थिति तनाव पूर्ण है समय रहते इस विषय पर विचार नहीं किया गया तो कभी भी कोई अप्रिय घटना घटने से इन्कार नहीं किया जा सकता। युवाओं ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र के अन्तर्गत यह एक बड़ा भूखण्ड है जिसका उपयोग सार्वजिनक हित के लिए किया जा सकता है। अपने आवेदन में युवाओं ने उक्त भूखण्ड को खेल स्टेडियम बनाने की मांग की ताकि समाज के सभी वर्गो के लोगों को इसका लाभ मिल सके।लोगों के अतिक्रमण कारियों के खिलाफ जाँचकर उचित कानूनी कार्रवाई करने की भी माँग कीँ ।उक्त आवेदन में दर्जनों युवाओं ने स्वहस्ताक्षरित आवेदन जिला प्रशासन को दिया है।