
Hazaribagh News // हजारीबाग में पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच टकराव लगातार गहराता जा रहा है। कल शाम हुई खींचतान के बाद आज दोनों पक्षों की ओर से बैठकों का दौर जारी है।झारखंड पुलिस एसोसिएशन की प्रदेश कमेटी शुक्रवार को एग्यारह बजे हजारीबाग पहुंची। प्रदेश अध्यक्ष राहुल कुमार मुर्मू ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि सब इंस्पेक्टर के साथ मारपीट करना कायरता की निशानी है। उन्होंने कहा कि हम हमेशा मानवाधिकार और सुरक्षा पर भरोसा करते हैं, लेकिन हमें भी यह नहीं भूलना चाहिए कि हम सब भी किसी के बेटे हैं, ऊपर से नहीं आए हैं। न्यायालय के कमरे में जवान को पीटना कहां तक सही है?
हाफ मर्डर और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया है
मुर्मू ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस घटना से पुलिस कर्मियों का मनोबल टूट रहा है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर दोषी अधिवक्ताओं का बार लाइसेंस रद्द करने की मांग भी की है। वहीं, पीड़ित एसआई मनोज कुजूर की ओर से सदर थाना में आवेदन दिया गया है। इसमें हाफ मर्डर और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया है।अब सभी की निगाहें अधिवक्ता पक्ष पर टिकी हैं। वे अपनी सफाई और अगली रणनीति को लेकर क्या कदम उठाते हैं, इस पर मीडिया की नज़र लगातार बनी हुई है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष से अधिवक्ताओं का पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन अधिवक्ताओं ने मिडिया के समझ अपना पक्ष रखने से साफ इंकार कर दिया है अब देखने वाली बात यह कि, कब तक पुलिस के साथ मारपीट करनेवाले अधिवक्ताओं की गिरफ्तारी हो पाती है और पुलिस उन्हीं के न्यायालय में समर्पित कर पाती है यह भविष्य के गर्भ में है।