
हजारीबाग // लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा की सुरक्षा में अचानक बढ़ोतरी की गई है। जिला प्रशासन ने जेल में सुरक्षा को लेकर स्थिति की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है। अब जेल में तीन शिफ्टों में पुलिस बल और अन्य पदाधिकारियों की तैनाती की गई है। हर शिफ्ट में एक मजिस्ट्रेट, एक सब इंस्पेक्टर और छह जिला बल के जवान शामिल हैं, जिससे कुल 24 पुलिसकर्मी जेल की सुरक्षा में तैनात किए गए हैं।
मुख्य गेट बंद, साइड गेट से ही प्रवेश
जेल का मुख्य गेट अब स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और केवल साइड गेट से ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। इस गेट पर सुरक्षाकर्मियों के लिए एक टेंट लगाया गया है, जिसमें प्रवेश करने वालों की मेटल डिटेक्टर से जांच की जा रही है। इसके अलावा, जेल परिसर में जैमर भी सक्रिय किए गए हैं, ताकि किसी भी अनधिकृत मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को रोका जा सके। अंदर-बाहर की गतिविधियों पर सीसीटीवी कैमरों से कड़ी नजर रखी जा रही है।विनय सिंह के एसएमएस के बाद बढ़ी सुरक्षा
सूत्रों के अनुसार, जेल में बंद नेक्सजेन शोरूम संचालक विनय सिंह ने जेल की अव्यवस्था को लेकर सरकार को एक एसएमएस भेजा था। उनके द्वारा भेजे गए इस संदेश में जेल में हो रही गड़बड़ियों और सुरक्षा कमजोरियों के बारे में चेतावनी दी गई थी। इस एसएमएस के बाद प्रशासन ने सुरक्षा को बढ़ाने के लिए तत्काल कदम उठाए।
जेल आईजी का हजारीबाग दौरा और त्वरित कार्रवाई
जेल आईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने रातों-रात हजारीबाग का दौरा किया और जिला प्रशासन के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने जेल की सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने के निर्देश दिए। साथ ही, जेल में नियमों की अनदेखी और दबाव में काम करने की शिकायतों को लेकर भी कार्रवाई की गई। देर शाम, एक जेवर, तीन उच्च कक्षपाल, दो कक्षपाल समेत कुल छह सरकारी कर्मियों को निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही संविदा पर कार्यरत छह पूर्व सैनिक कक्षपालों का अनुबंध भी रद्द कर दिया गया है।
मुलाकातियों और कर्मचारियों से उपकरण रखने पर प्रतिबंध
नए सुरक्षा उपायों के तहत अब जेल में प्रवेश करने वाले मुलाकातियों और जेल कर्मियों से मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बाहर ही रखवाए जा रहे हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये कदम उठाए गए हैं ताकि जेल के अंदर कोई भी अवैध गतिविधि न हो सके और जेल का माहौल पूरी तरह से नियंत्रित रहे।सुरक्षा पर पूरी तरह अलर्टजेल की सुरक्षा अब पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। जिला प्रशासन और जेल प्रशासन द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है और कोई भी संदिग्ध गतिविधि होते ही तत्काल कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा के बढ़ते कदमों को लेकर जेल के अंदर और बाहर दोनों जगह स्थितियां कड़ी निगरानी में हैं।

इस बढ़ी हुई सुरक्षा व्यवस्था के बाद, स्थानीय लोग और जेल के आसपास के इलाके में भी एक नया माहौल देखा जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि यह कदम जेल के भीतर और बाहर की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक था और भविष्य में ऐसी कोई भी स्थिति उत्पन्न नहीं होने दी जाएगी।