देवघर जिला के सारठ प्रखंड अंतर्गत अलुवारा पंचायत के वार्ड सदस्यों और ग्रामीणों द्वारा पंचायत मुखिया, पंचायत सचिव और स्वयंसेवकों पर अयोग्य लोगों को योजना का लाभ देने के आरोप लगाते हुए अनुमंडल पदाधिकारी को आवेदन दिया।

आवेदन में बताया गया है कि सभी हस्ताक्षरित वार्ड सदस्य और ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत सेवक एवं स्वंय सेवक द्वारा अबुआ आवास, प्रधानमंत्री आवास योजना चयन एवं आवंटन में योग्य लाभुकों को लाभुक ना बनाकर सम्पन्न लोगों से एक ही घर में 3 से 4 आवास का आवंटन किया गया है। योग्य लाभुक को इस तरह के योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। गृहविहीन लोंगों को पक्का आवास नहीं मिलकर सुखी सम्पन्न और पहले से पक्का घर वाले को योजना का लाभ मिल रहा हैं। गरीब निर्धन लोगों को जियो टैग करने के नाम पर पैसा मांगा जा रहा है।

पंचायत सेवक एवं स्वयं सेवक के इस मनमानी रवैया खुले आम किया जा रहा है। साथ ही पंचायत सेवक एवं स्वयं सेवक द्वारा एक ही घर में बंटवारा का नोटरी एफीडेविट लगाकर कभी माँ के नाम पर तो कभी बेटा के नाम पर कभी किसी अन्य के नाम पर आवास आवंटन कर देने से योग्य लाभुक वंचित हो रहे है। वही सर्वे सूची भी जो बनाया जा रहा है उसमें पैसे देने वाले व्यक्ति का नाम सबसे आगे और जो कुछ नहीं दे सकता है उसका नाम सबसे नीचे कर दिया जा रहा है। जबकि इस मामले में पंचायत के प्रतिनिधि से जवाब मांगा गया तो बताया गया कि इस मामले में हम कुछ नहीं कर सकते हैं।जो पैसा दे रहा है या देगा उसे आवास मिलेगा और जो नहीं देगा उसको आवास नहीं मिलेगा, अब जिसको जहां जाना हो जाये हम कुछ नहीं कहेंगे। प्रधानमंत्री आवास,अबुआ आवास आंवटन, सर्वे में पंचायत सेवक एवं स्वयं सेवक द्वारा किया जा रहा धांधली की अपने स्तर से जाँच कर उचित करवाई करने की मांग करते है।