दुमका झारखण्ड विधानसभा के प्रतिपक्ष नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने देश की वर्तमान स्थिति को लेकर बड़ा बयान दिया।

उन्होंने ने कहा की झारखण्ड के मंत्री हफ़ीजुल अंसारी और पहलगाम में धर्म पूछ हिन्दुओं को मारने वाले आतंकवादियों में कोई फर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस तरह पहलगाम मे आतंकवादी लोगों को धर्म पूछ कर और उनके कपड़े उतार कर निहत्थे लोगो को मौत के घाट उतार दिया। वही झारखण्ड सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाफिजूल अंसारी देश मे पहले सरिया कानून को मानते है फिर संविधान मानने की बात कहते हैं।
बाबूलाल मरांडी ने कहा की ऐसे लोगों की सोच पहलगाम के आतंकवादी के सोच से मिलती जुलती है.उन्होंने यह भी कहा की हफ़ीजुल अंसारी का कहना है की “मुसलमान कब्र में नहीं सब्र में हैं। मतलब निकलेंगे तो मार-काट करेंगे,” और यह बात मंत्री अपनी जुबान से खुलेआम कह रहे हैं। बाबूलाल मरांडी ने हफ़ीजुल अंसारी को आतंकवादी करार देते हुए कहा कि “हफ़ीजुल अंसारी और आतंकवादियों में कोई अंतर नहीं है। उन्होंने सरकार से मांग किया की ऐसे मंत्री को मंत्रिमंडल से बाहर कर देना चाहिए और उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। झारखण्ड के हवाई अड्डा पर पहलगाम में आतंकवादी हमले में शहीद हुए आईबी अधिकारी मनीष रंजन मिश्रा को श्रद्धांजलि नहीं दिए जाने पर बाबूलाल ने सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा जब उनके मंत्री की सोच एक आतंकवादी के तरह है तो फिर सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती है.इधर झारखण्ड के सीएम हेमंत सोरेन के स्पेन दौरे पर सवाल खड़ा करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि स्पेन जैसा देश झारखण्ड में क्या इन्वेस्ट करेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्पेन मे इन्वेस्टर लाने नहीं बल्कि अपने दो नंबर की कमाई को इन्वेस्ट करने गये है.उन्होंने सवाल ये भी किया कि सीएम के साथ दौरा करने वाले कौन लोग है. उन्होंने कहा की यह दौरा राज्य के पैसे से हो रहा है जो जनता की पैसा है इसलिए यह बात साफ होनी चाहिए.भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी शनिवार को दुमका के इंडोर स्टेडियम में अनुसूचित जनजाति कार्यकर्ता सम्मेलन मे शामिल हुए ।