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जनगणना का नोटिफिकेशन जारी: 2027 तक दो चरणों में होगी पूरी -

जनगणना का नोटिफिकेशन जारी: 2027 तक दो चरणों में होगी पूरी

पहली बार जाति गणना भी होगी शामिल

नई दिल्ली। भारत सरकार ने जनगणना को लेकर आज सोमवार को गजेट नोटिफिकेशन जारी कर दिया।

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इस जनगणना का आधार एक मार्च 2027 माना जाएगा । इस अधिसूचना के साथ ही जनगणना को लेकर कवायद आज से शुरू हो जाएगी। भारत सरकार ने जनगणना की गजट अधिसूचना आज जारी कर दी है। जनगणना में पहली बार जाति गणना भी शामिल होगी।

34 लाख कर्मचारी और 1.3 लाख अधिकारी करेंगे जनगणना

गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि 34 लाख कर्मचारी और पर्यवेक्षक तथा लगभग 1.3 लाख जनगणना अधिकारी जनगणना का कार्य पूरा करेंगे । इसके लिए अत्याधुनिक मोबाइल डिजिटल गैजेट का इस्तेमाल किया जाएगा। अमित शाह ने कहा कि एक मार्च 2027 ही जनगणना के लिए आधार होगा। हालांकि केंद्र शासित प्रदेश लाख जम्मू-कश्मीर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लिए वे एक अक्टूबर 2026 माना जाएगा। कल नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आगामी जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की थी।

इससे पहले वर्ष 2011 में हुई थी जनगणना

पूरे देश में जनसंख्या संबंधी आंकड़े जुटाने के लिए लाखों कर्मचारियों व अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए उन्हें अत्याधुनिक डिजिटल उपकरणों से लैस किया जाएगा। पहाड़ों से मैदान तक होगी जनगणना की खास बातें केंद्र सरकार ने 2027 की जनगणना के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। ये दो चरणों में जनगणना होगी। पहले फेज में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे बफीले पहाड़ी इलाकों में अक्टूबर 2026 संदर्भ तिथि होगी, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मार्च 2027 संदर्भ तिथि होगी। यानि समग्रता में बात करें तो जनगणना और जातीय जनगणना की प्रक्रिया पहाड़ी राज्यों में 1 अक्टूबर तक और मैदानी इलाकों में मार्च 2027 तक पूरी कर ली जाएगी।

आइए जानते हैं पूरा शेड्यूल और प्रक्रिया

आइए जानते हैं पूरा शेड्यूल और प्रक्रिया जनगणना की प्रक्रिया में सबसे अहम पहलू इसमें कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों की ट्रेनिंग है। इसलिए सबसे पहले जनगणना और जातीय जनगणना में काम करने वाले कर्मचारियों की नियुक्ति और प्रशिक्षण दिया जाएगा। डिजिटल डिवाइस और मोबाइल ऐप की ट्रेनिंग जनगणना के लिए लगभग 13 लाख जनगणना पदाधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। कुल 34 लाख प्रगणक और पर्यवेक्षक तैनात होंगे। जो घर-घर जाकर जनगणना और जातीय जनगणना का काम करेंगे। कुल मिलाकर अगले 2 महीने में निचले स्तर तक प्रशिक्षण का काम पूरा कर लिया जाएगा। इस बार जनगणना से जुड़े सभी कर्मचारियों को डिजिटल डिवाइस और मोबाइल ऐप की ट्रेनिंग दी जाएगी। डिजिटल जनगणना का तकनीकी पहलू जनगणना मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए डिजिटल माध्यम से की जाएगी ।

नागरिकों को स्व-गणना का भी विकल्प मिलेगा

नागरिकों को स्व-गणना का भी विकल्प मिलेगा । सॉफ्टवेयर में जाति, उप-जाति के लिए नए कॉलम जोड़े जाएंगे । डेटा का संग्रहण प्रेषण और भंडारण पूरी तरह सुरक्षित रहेगा कड़े डेटा सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे जनगणना से पहले जिला, तहसील स्तर पर तैयारियां की जाएगी हाउसिंग और पॉपुलेशन के लिए प्रोफॉर्म और प्रश्नावली तैयार किया गया । प्रश्नावली में इस बार जाति और समुदाय से जुड़े सवाल होंगे दो चरणों में होगी जनगणना पहले चरण में मकान सूचीकरण और मकानों की होगी गणना आवासीय स्थिति, सुविधाएं और संपत्ति की जानकारी घर का उपयोग आवासीय / वाणिज्यिक), बिजली, पानी, शौचालय, वाहन आदि का डेटा दूसरे चरण में जनसंख्या गणना । इसमें हर व्यक्ति की जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक स्थिति ग्राफिक स्थिति, सांस्कृतिक पक्ष के बारे में जानकारी इकट्ठा की जाएगी। आजादी के बाद ये 8 वीं जनगणना होगी। जबकि कुल मिलाकर ये 16 वीं जनगणना होगी। आखिरी जनगणना 2011 में हुई थी।

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