देवघर जिला के खागा थाना अंतर्गत बगदाहा पंचायत के बगदाहा राणा टोला निवासी महेश्वर राणा को शनिवार को सुबह करीब 9 बजे के आसपास खागा थाना के सहयोग से सारठ थाना पुलिस टीम द्वारा उनके घर में एकाएक आ धमके व छापामारी करते हुए उक्त वृद्ध बेगुनाह महेश्वर राणा को धरदबोचा ।

और सारठ थाना की पुलिस उसे लेकर चलीं गई। जिसके बाद उक्त वृद्ध को पुलिस सदलबल द्वारा उनके घर दोपहर करीब 1 बजे के आसपास पहुंचाया गया।
जबकि वहीं परिजनों का कहना है कि उक्त वृद्ध की उनकी स्थिति काफी नाजुक बनी हुई थी । जिसको लेकर परिजनों ने आनन-फानन में जामताड़ा सदर अस्पताल ले जाया जा रहा था जहां उनकी रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।

वहीं परिजनों का रो रो कर बूरा हाल है। जबकि परिजनों का आरोप है कि महेश्वर राणा शनिवार सुबह जब इनको खागा थाना और सारठ पुलिस लेकर गई तभी बिल्कुल तंदुरुस्त व स्वास्थ्य थे। उसके बाद से ही महेश्वर राणा की स्थिति काफी नाजुक देखने मिला। साथ ही परिजनों ने बताया कि पुलिस के ही द्वारा मारपीट कर उनकी मौत का घाट उतार दी गई ।
क्या है पूरा मामला क्यों पुलिस ने उठाया ?
सारठ थाना अन्तर्गत लोधरामोड़ का मामला बताया जा रहा है। यह घटना एक माह पूर्व की है, बताया जाता की मृतक महेश्वर राणा का नाती संतोष कुमार राणा विगत एक माह पूर्व अपने ही गांव के किसी पूनम कुमारी नाम की लड़की को लेकर फरार होने का मामला बताया जा रहा है। जिसके बाद लड़की पक्षों के दवाब में आकर सारठ एवं खागा पुलिस सदलबल ( मृतक) महेश्वर राणा के पहुंचे व उनको जबरन उठाकर ले गए। जिसके कुछ घंटे बाद ही उनकी मृत्यु हो जाती है।
बेगुनाह को पुलिस ने क्यों उठाकर ले गई इसकी सीआईडी जांच हो : विधायक
पूरे मामले को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के सारठ विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह ने पुलिस के इस कार्यवाही की निंदा की साथ ही कहा कि पुलिस बताए कि जिस वृद्ध व्यक्ति की मौत हुई थी उसे पुलिस किस मामले में उठाकर ले गई थी उसकी क्या गलती थी। विधायक ने कहा लोग हाट बाजार जाना छोड़ दिए हैं। सारठ की स्थिति ऐसी बनी है कि कब किसको कहां से पुलिस उठा लेगी कोई पता नहीं पूरी तरह से अंधेर नगरी चौपट राजा वाली हाल बना दिया है। हमने कई बार जिला प्रशासन को इस बात की जानकारी दी है। अब तक इस मामले की सी आई डी जांच की मांग करते हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कुछ नहीं होगा ।