साहिबगंज जिला पुलिस बल के एक जवान की हत्या कर दी गई। जिला में पुलिस जवान की हत्या के बाद आम लोगों के बीच चर्चा गरम,। आम लोगों का कहना है कि जब पुलिस खुद अपने आवास पर सुरक्षित नहीं है, तो जिला के लोग अपने आप को महफूज महसूस नहीं कर रहे।

जवान की हत्या के बाद पुलिस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस पहले अपनी स्वयं की रक्षा करें, फिर आम लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उन्हीं पुलिस वालों पर है। हालांकि हत्या के बाद पुलिस ने उसका शव पुलिस लाइन स्थित महिला बैरक के बगल के आरक्षी क्वार्टर से सामने से बरामद किया। मृतक आरक्षी का नाम 35 वर्षीय सुरजीत यादव बताया गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए कर अस्पताल साहिबगंज भेज दिया। वही मामले के बारीकी से अनुसंधान के लिए गोडा जिला के एसपी अनिमेष नथानी घटनास्थल पहुंचकर वरीय पुलिस पदाधिकारी को कई बिंदुओं पर निर्देश देते हुए घटना की गंभीरता पूर्वक बारीकी से जांच करने का निर्देश दिया है। पुलिस जवान की हत्या मामले में मुख्य रूप से डीएसपी मुख्यालय विजय कुमार कुशवाहा राजमहल एसडीपीओ विमलेश कुमार त्रिपाठी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी और जवान घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। मृतक आरक्षी के दाएं बांह, और कमर पर काफी गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं। जानकारी के अनुसार मृतक मुफस्सिल थाना में बतौर आरक्षी पदस्थापित था।

इधर दो दिनों पूर्व महाराजपुर में हुई एक हत्या के मामले में जिले के एसपी अमित कुमार सिंह की ओर से गठित एसआईटी टीम में वे शामिल किए गए थे। इधर घटना की जानकारी पाकर मृतक आरक्षी का परिजन सदर अस्पताल स्थल पहुंच गए। जहां परिजनों का रो-रो कर हाल-बेहाल है। वहीं मृतक के ससुर सुरेंद्र यादव ने बताया कि तकरीबन 10 वर्ष पूर्व उसकी बेटी की शादी सुरजीत यादव से हुई थी। उसको एक 6 वर्ष एवं एक दो वर्ष की बेटी भी है। इधर मामले को लेकर गोड्डा एसपी अनिमेष नथानी ने जानकारी देते हुए बताया अनुसंधान किया जा रहा है, जल्द ही मामले का उद्वेदन भी कर लिया जाएगा। वहीं पुलिस जवान को अंतिम सलामी, पुलिस लाइन मैदान में पदाधिकारी एवं जवान के द्वारा दिए जाने की तैयारी की जा रही है।