झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका के पुलिस लाइन में 76 वें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रध्वज को फहराया और तिरंगे को सलामी दी । झंडोतोलन के पूर्व मुख्यमंत्री ने पैरेड की सलामी ली । इस मौके पर दुमका पुलिस लाईन में काफी संख्या गणमान्य और आम लोग मौजूद रहे।
गणतंत्र दिवस पर विभिन्न विभाग द्वारा निकाली गई झांकियां को मुख्यमंत्री ने देखा। इन झांकियां में मईया योजना की झांकी देकर मुख्यमंत्री मंच से नीचे आए और झांकी में शामिल हुए। गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट झांकी और पैरेड टीम को अंग वस्त्र और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया । झंडोतोलन के पश्चात मुख्यमंत्री ने राज्य वासियों को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने 76 वें गणतंत्र दिवस पर शहीदों को याद करते हुए कहा कि अन्याय और अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करना हमारी परम्परा रही है। झारखण्ड के ऐसे ही महान विभूतियोंय भगवान बिरसा मुण्डा, तिलका मांझी, वीर शहीद सिद्धो-कान्हू, चाँद-भैरव, बहन फूलो-झानो, वीर बुधु भगत, जतरा टाना भगत, नीलाम्बर-पीताम्बर, शेख भिखारी, टिकैत उमराँव सिंह, पाण्डेय गणपत राय, शहीद विष्वनाथ शाहदेव को याद करते हुए नमन किया।
संविधान के 75 साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ऐसे दूरदर्शी सोच रखने वाले राष्ट्र निर्माता थे जिनके अथक प्रयास की बदौलत सदियों से शोषित वर्ग को सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार मिला। पिछले 75 वर्षों में देश के आदिवासी, पिछड़े, दलित एवं अल्पसंख्यक सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से पहले की तुलना में काफी सशक्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने विधान सभा चुनाव 2024 का जिक्र करते हुए कहा कि इंडिया गठबन्धन में लड़े यह चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। उन्होंने ने कहा कि झारखण्ड के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी सत्ताधारी दल ने लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की है, वह भी दो तिहाई बहुमत के प्रचंड जन-समर्थन के साथ झारखण्ड के प्रत्येक वर्ग और समुदाय, विशेषकर हमारी माताओं-बहनों ने जो भरोसा और विश्वास जताया है।
अपना भरपूर प्यार और आशीर्वाद दिया है उसके लिए हम हृदय से आभारी हैं, और झारखण्ड की महान जनता का अभिनन्दन करते हैं । उन्होंने कहा कि आपके भरोसे ने हमारी जिम्मेवारियाँ और बढ़ा दी हैं। जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए हम दोगुने उत्साह से कार्य करने होंगे। मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण को सरकार की पहली प्राथमिकता बताई। उन्होंने कहा कि पाँच महीने पहले हमारी सरकार ने झारखण्ड की बहनों-दीदियों की आर्थिक स्वतंत्रता और गरिमा सुनिश्चित करने के व्यापक उद्देश्य से मंईयां सम्मान योजना के रूप में एक क्रांतिकारी योजना की शुरूआत की थी।
झारखण्ड की सामाजिक- आर्थिक पृष्ठभूमि एवं ग्रामीण परिवेश में यह योजना व्यापक बदलाव लाने का सामर्थ्य रखती है। प्रारम्भ में, इस योजना के तहत् 18-50 वर्ष उम्र तक की सभी बहनों, दीदियों को प्रतिमाह 1000/- रुपये की सम्मान राशि उनके बैंक खाते में उपलब्ध कराने का निर्णय हमारी सरकार ने लिया था।
हमने 1000/- रुपये की सम्मान राशि को बढ़ाकर 2500/- रुपये करने का वादा अपनी बहनों और दीदियों से किया था। हमने जो कहा वह किया । झारखण्ड के समग्र विकास के लिए मंईयां सम्मान योजना अत्यंत प्रभावकारी साबित हो रही है और वर्तमान में लगभग 56 लाख महिलाएँ इस योजना से लाभान्वित हो रही हैं। इस सम्मान राशि से महिलाएँ कर्ज की जंजीरों को तोड़ कर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। मंईयां सम्मान योजना हमारी बहनों, दीदियों के चेहरे पर खुशी की गारंटी बन गई है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मईया योजना की झांकी देख कर इतने उत्साहित हो गए कि मंच से उतर कर बैनर तख्ती लिए बहन दीदियों के साथ खड़े होकर तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया।