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Shravni Mela 2025। WhatApps ग्रुप के माध्यम से 24×7 जुड़े रहेंगे दोनों राज्य के अधिकारी -

Shravni Mela 2025। WhatApps ग्रुप के माध्यम से 24×7 जुड़े रहेंगे दोनों राज्य के अधिकारी

देवघर श्रावणी मेला के सफल संचालन के लिए सुल्तानगंज से देवघर तक श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधा व सुरक्षा के पुख्ता व्यवस्था मिले तथा दोनों राज्यों के बीच कैसे को-ओर्डिनेशन मजबूत हो, इसके लिए झारखण्ड एवं बिहार इंटर स्टेट को-ओर्डिनेशन की बैठक का आयोजन संथाल परगना आयुक्त लालचन्द डाडेल की अध्यक्षता में देवघर परिसदन के सभागार में आयोजित की गई।

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इस दौरान उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा द्वारा मौके पर उपस्थित संथाल परगना प्रमंडल व भागलपुर प्रमंडल के कमिशनर के अलावा बिहार व झारखण्ड के उपायुक्त, पुलिस अधिक्षक एवं आलाधिकारियों का स्वागत किया। बैठक की शुरुआत उपायुक्त द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के माध्यम से श्रावणी मेला 2025 के सुरक्षित व सुगम सम्पन्न कराने हेतु किन किन बिंदुओं पर कार्य किया जा रहा है की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि रविवार व सोमवार को श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने पर कुमैठा तक जाने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में कतारबद्ध सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित व सुगमतापूर्वक जलार्पण कराने हेतु विभिन्न जगहों को चिन्हित करते हूए मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही सभी को निदेशित किया गया है कि सभी श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण कराए। साथ ही श्रद्धालुओं के विश्राम हेतु एवं उनके भीड़ को व्यवस्थित करने हेतु टेंट सिटी व होल्डिंग पॉइंट्स का निर्माण कराया गया है। जहाँ उनके विश्राम के साथ-साथ शौचालय, स्नानागर, पीने का पानी, स्वास्थ्य केंद्र व साफ-सफाई आदि की समुचित व्यवस्था किया गया है।

बाबाधाम मोबाइल एप्प से दोनों राज्यो के अधिकारियों को जोड़ा जायेगा

बैठक के दौरान संथाल परगना आयुक्त लालचन्द डाडेल द्वारा बतलाया गया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य श्रावणी मेला, 2025 के सफल संचालन को लेकर विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा करना है, ताकि सुल्तानगंज से जल भरने के पश्चात श्रद्धालुओं द्वारा जिन-जिन स्थानों से होकर पैदल यात्रा की जाय, वहां श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। इसके लिए कांवरिया मार्ग में पड़ने वाले सभी जिलों द्वारा आपसी समन्वय स्थापित कर व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाय, ताकि श्रद्धालु सुगमतापूर्वक जलार्पण कर पायें और उन्हें किसी प्रकार की कठिनाईयों का सामना न करना पड़े। बैठक में संथाल परगना आयुक्त द्वारा आगे जानकारी दी गई कि श्रावणी मेला के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु देवघर व दुमका आते हैं। ऐसे मे श्रद्धालुओं को व्यवस्थित व सुगमतापूर्वक से जलार्पण कराना प्रशासन के लिए एक चुनौतिपूर्ण कार्य है।

यहां आगन्तुक सभी श्रद्धालुओं के भीड़ को नियंत्रित करने हेतु पूरे मेला क्षेत्र में कई होल्डिंग प्वाइंट बनाये गये हैं, जहां सभी मूलभूत सुविधाएँ यथा- बिजली, पंखा, शौचालय, मोबाईल चार्जिंग, स्वास्थ्य सुविधा, स्नानागार व पेयजल सुविधा आदि होंगी। संथाल परगना आयुक्त द्वारा आगे बतलाया गया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार सूचना तकनीकी को और भी सुदृढ़ किया जायेगा। आधुनिक सूचना तकनीकी व्हाट्स एप्प के साथ साथ बाबाधाम मोबाइल एप्प एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से अधिक से अधिक दोनों राज्यो के अधिकारियों को जोड़ा जायेगा, ताकि सूचना मिलते हीं त्वरित कार्रवाई की जा सके।

सघन गस्ती एवं चेकनाका के माध्यम से सभी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी

इसके अलावा बैठक के दौरान भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त द्वारा सभी को संबोधित करते हुए कहा गया कि सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से एवं सुचनाओं के आदान-प्रदान व भीड़ नियंत्रण हेतु भागलपुर, बांका एवं मुंगेर के साथ आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य किया जाये, ताकि उसके माध्यम से कावंरियां मार्ग के पल-पल की जानकारी का आदान-प्रदान लिया जा सके। साथ हीं अतर्राज्यीय सीमा के थानों से समन्वय किये जाने की बात बताते हुए श्रावणी मेला के दौरान सघन गस्ती एवं चेकनाका के माध्यम से सभी गतिविधियों पर नजर रखने की बात कही गयी। आगे उन्होंने दोनों राज्यों के अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा हेतु कार्य करने की बात कही गयी। बैठक के दौरान उपायुक्त दुमका द्वारा बासुकीनाथ मेला से जुड़े विस्तृत जानकारी सभी को दी गयी। साथ हीं श्रावणी मेला के दौरान होने वाले विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा करते हुए आपसी समन्वय से मेला के सफल संचालन में योगदान करने की बात कही गयी। वहीं पूरे मेला के दौरान बिहार एवं झारखण्ड के आलाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर शांति व्यवस्था कायम रखी जायेगी। समीक्षा के क्रम में भागलपुर, बांका के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक द्वारा अपने-अपने जिलों में चल रही तैयारियों के अलावा इंटरस्टेट बॉर्डर को-ओर्डिनेशन व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विस्तृत चर्चा की गयी।

छोटे-बड़े वाहनों के छतों पर किसी भी सूरत में श्रद्धालुओं को न बैठने दें

इंटर स्टेट को-ओर्डिनेशन की बैठक के दौरान उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा के आग्रह पर बिहार से आने वाले सभी छोटे-बड़े वाहनों के छतों पर किसी भी सूरत में श्रद्धालुओं को न बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गयी। साथ ही उपायुक्त श्री नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि देवघर में मेले में जो जलार्पण की व्यवस्था, रूटलाईनिंग मैनेजमेंट, स्वास्थ्य व्यवस्था, आवासन, पेयजल, शौचालय आदि सुविधाओं से सभी को अवगत कराया। इसके अलावे दोनो राज्यों के संबंधित अधिकारी चौबिसों घंटे सम्पर्क में रहेंगें। बैठक में उपरोक्त के अलावा पुलिस महानिरीक्षक भागलपुर, आरक्षी उप महानिरीक्षक भागलपुर, पुलिस उप महानिरीक्षक संथाल परगना दुमका, जिलाधिकारी भागलपुर, जिलाधिकारी बाँका उपायुक्त देवघर, उपायुक्त दुमका, आरक्षी अधीक्षक भागलपुर, आरक्षी अधीक्षक बांका, आरक्षी अधीक्षक मुंगेर, आरक्षी अधीक्षक मुंगेर, पुलिस अधीक्षक देवघर व दुमका, पुलिस अधीक्षक गोड्डा, पुलिस अधीक्षक भागलपुर, पुलिस अधीक्षक बांका, उप विकास आयुक्त देवघर, अनुमंडल पदाधिकारी देवघर व मधुपुर, यातायात पुलिस उपाधीक्षक देवघर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, नजारत उपसमाहर्ता देवघर एवं संबंधित विभाग के विभिन्न अधिकारी व पुलिस पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।

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