
रांची झारखंड के रांची जिला के कांके – नगड़ी में RIIMS 2 के लिए जमीन देने से इनकार करने वाले ग्रामीणों की पुलिस से झड़प हुई है। इसको लेकर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले भी दागे गए फिलहाल इलाके में निषेधाज्ञा लागू की गई है।
ग्रामीणों को मिला पूर्व मुख्यमंत्री का समर्थन
रांची जिला के कांके नगड़ी में रिम्स 2 के लिए प्रस्तावित खेती योग्य जमीन को लेकर झारखंड के कई नेता इसका विरोध कर रहे हैं और सभी ग्रामीणों के समर्थन में उतर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि खेती योग्य भूमि को सरकार रिम्स के नाम पर हड़पना चाहती है। पहले भी इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हो चुका है। पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कहा कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन है।
चंपई सोरेन ने किया था आह्वान
पूर्व सीएम सह भाजपा विधायक चंपई सोरेन द्वारा के पूर्व घोषित एलान के बाद पूरे नगड़ी इलाके को पुलिस प्रशासन ने छावनी में तब्दील कर दिया है। लोग परंपरागत हरवे हथियार से लैस नजर आए और सीएम हेमंत सोरेन के साथ स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने गुरुजी शिबू सोरेन के दिये गए नारे “हरवा तो जोतो न यार” को आंदोलन का आधार बनाया। आक्रोशित ग्रामीणों की मांग है कि जिन लोगों को आज हिरासत में लिया गया, उन्हें बिना शर्त छोड़ा जाए।
जेएलकेएम नेता सक्रिय भूमिका में

झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के अध्यक्ष जयराम कुमार महतो भी आंदोलन कर रहे किसानों से मिले और इस लड़ाई में कदम से कदम मिलाकर चलने की बात कही । पार्टी के नेता देवेंद्र नाथ महतो भी हल बेल लेकर किसानों के बीच पहुंचे और हल चलाकर विरोध जताया।