झारखंड की आवाज

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विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग दिवस (NTD Day) मनाया गया

देवघर विकास आयुक्त नवीन कुमार की अध्यक्षता में विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग दिवस (NTD Day) मनाया गया। कार्यक्रम में सभी उपस्थित प्रमुख अधिकारियों ने उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों (NTD) के उन्मूलन के लिए अपनी विचार व्यक्त किए। बैठक में बताया गया कि यह उष्णकटिबंधीय इलाकों में कमजोर वर्गों के लोग ज्यादा प्रभावित होते हैं।

उष्णकटिबंधीय प्रदेश जो विषुवत रेखा के ऊपर नीचे और मकर रेखा तथा कर्क रेखा के बीच वाले भाग हैं वैसे जगह का वातावरण गर्मी, वर्षा एवं आद्रता व नमी वाली जगह है जहां पर इन बीमारियों के बढ़ने का पूरी तरह से अनुकूल वातावरण मिलता है। जिसमें से भारत अछूता नहीं है। अब तक के विशेष प्रयासों से विश्व में 47 उपेक्षित एनटीडी रोगों को समाप्त किया जा चुका है, लेकिन अब भी 20 ऐसे रोग हैं जो विभिन्न कमजोर समुदायों में उपेक्षित हैं, जिनमें मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, जीका वायरस और जापानी एन्सेफलाइटिस (JE), लेप्रोसी, टीबी हेल्मेंथिस ग्रुप प्रमुख हैं। इस वर्ष का थीम यूनाइट, एक्ट एंड एलिमिनेट है। जिसे इस साल के थीम के अनुसार खत्म करने के लिए सबों को एकजुट होकर प्रयास करने की आवश्यकता है और जन जागरूकता फैलाते हुए इन उपेक्षित बीमारियों को भारत से पूर्णतया मिटाना है।

मौके पर उप विकास आयुक्त के साथ सिविल सर्जन महोदय डॉ जुगल किशोर चौधरी, जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ अभय कुमार यादव, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ मनोज गुप्ता, जिला यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी डॉ संचयन, उपाधीक्षक डॉ प्रभात रंजन, जिला भीबीडी सलाहकार डॉ गणेश कुमार यादव व अन्य द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। तत्पश्चात इस संबंध में एडवोकेसी करते हुए सभी को इसके बारे में जानकारी जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ अभय कुमार यादव द्वारा दिया गया।

पत्थर से कुचकर कर दी बहन की हत्या एक दिन बाद भाई की भी हुई मौत

देवघर जिला के मधुपुर अनुमंडल के बुढ़ई थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव में बुधवार को अपनी बहन की हत्या कर आरोपी भाई फरार हुआ था । जानकारी के मुताबिक, 24 वर्षीय कुतबुल अंसारी ने बुधवार को अपनी 16 वर्षीय बहन आमना खातून को पत्थर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया था।

इसके बाद वह पुलिस के डर से फरार हो गया। रात को वह फिर से घर लौटा और अपने ही घर पर पथराव करने लगा। जब युवक पथराव कर रहा था उस समय घर में उसकी भाभी अकेली थी। उसकी भाभी ने शोर मचाया तो गांव के लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस को इसकी सूचना दी गई पुलिस के पहुंचते ही कुतबुल वहां से फरार हो गया ।

बेहोशी की हालत में कुतबुल अंसारी खेत में पड़ा मिला

गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने उसे खेत में बेहोशी की हालत में पड़ा देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालांकि मृत्यु के कारण का पता नहीं चल पाया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि मृत्यु किस कारण से हुई।

मां बेटे की झगड़े में गई थी बहन की जान

धमनी पंचायत के नावाडीह गांव में बुधवार को एक सनकी भाई ने पत्थर से कूचकर अपनी छोटी बहन आमना खातून (17 वर्ष) की बेरहमी से हत्या कर दी थी वहीं मां मशीदन खातून को भी पीट कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था छोटी बहन की शादी तय हो चुकी थी। वह मां-बेटे के झगड़े को बीच बचाव के लिए गयी थी। इसी बीच बड़े भाई ने पत्थर से कुचकर उसकी हत्या कर दी। आमना खातून नावाडीह गांव निवासी शहजाद अंसारी की छोटी बेटी थी।

सनकी मिजाज का था कुतबुल अंसारी

पूर्व में भी अपनी भाभी के साथ मारपीट किया था जिसको लेकर बुढ़ाई थाना में मामला दर्ज किया गया था और गांव वालों के साथ भी अकसर लड़ाई झगड़ा किया करता था। लोगो ने बताया कि आरोपी युवक का ससुराल मधुपुर थाना क्षेत्र के रामचंद्र पुर है।कुछ दिन पूर्व अपनी गर्भवती पत्नी को भी ससुराल पहुंचा दिया।

देवघर पुलिस ने 10 (दस) साईबर अभियुक्त को किया गिरफ्तार

देवघर पुलिस ने साइबर क्राइम के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया और सारवां थाना अंतर्गत घोरपरास जंगल में छापेमारी की । पुलिस ने बताया कि जहां कुछ संदिग्ध साईबर अपराधी फर्जी बैंक/ कस्टमर केयर / सरकारी पदाधिकारी बनकर आमलोगों को अपने फर्जी नंबर से कॉल कर झांसे में लेकर ठगी करते व्यक्तियों के पास से बरामद मोबाईल/ सिम के प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि उक्त साईबर अपराधी फर्जी कस्टमर केयर / सरकारी पदाधिकारी बनकर फोन पे यूजर को कैशबैक का झांसा देकर तथा पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभुकों को झांसे में लेकर ऑनलाईन ठगी करते हैं।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पता मिथलेश कुमार दास उम्र करीब 20 वर्ष पिता चन्द्रदेव दास सा० महुआडाबर थाना मधुपुरदिलखुश अंसारी उम्र करीब 21 वर्ष पिता बबलू मियां सा० उपर बगडबरा थाना सोनारायठाड़ीमो0 आबदीन अंसारी उम्र करीब 18 वर्ष पिता मो0 आलीम अंसारी सा० केशरगढ़ा थाना मधुपुर रिजवान अंसारी उम्र करीब 27 वर्ष पिता कमरूद्दीन मियाँ सा० पिण्डारी थाना सारठ तौफिक अंसारी उम्र करीब 25 वर्ष पिता रशिद मियाँ सा० पिण्डारी थाना सारठ शेखर कुमार दास उम्र करीब 19 वर्ष पिता अशोक दास सा० कुशाहा थाना पथरौल पप्पू महरा उम्र करीब 39 वर्ष पिता भिखो महरा सा० कपसियो थाना सारठ सभी जिला देवघर मनोज कुमार शर्मा उम्र करीब 24 वर्ष पिता संतोष राणा सा० तेतुलबंधा थाना करमाटांड़ जिला जामताड़ा हिमांशु कुमार दास उम्र करीब 22 वर्ष पिता पैंतिस दास सा० बभनकुंड थाना सारठ उत्तम कुमार राय उम्र करीब 25 वर्ष पिता चतुर्भुज राय सा० सिमरजोर थाना मधुपुर जिला देवघर के है।

गालीबाज जेडीयू सांसद के खिलाफ उतरे साहेबगंज के पत्रकार

साहिबगंज स्थानीय सर्किट हाउज़ में गुरुवार को पत्रकारों की बैठक हुई। अध्यक्षता अरविंद ठाकुर ने की बैठक ।

बिहार के भागलपुर में पत्रकारों के साथ जेडीयू सांसद अजय मंडल व उनके लोगों की गाली-गलौज व मारपीट की एक स्वर में भर्त्सना करते हुए निंदा प्रस्ताव लिया गया।

प्रमोद निरंजन ने कहा कि सुशासन की बात करने वाली सरकार के सांसद ने लोकतंत्र की गरिमा को तार-तार कर दिया है। उनके इस कुकृत पर उन पर और उनके लोगों पर संविधान के प्रावधानों के अनुरूप कार्रवाई होनी चाहिए। अरविंद ठाकुर ने कहा कि सभी पत्रकार, सभी संगठन व जेजेए भागलपुर सांसद की कुकृत की कड़ी निंदा करते हैं। सांसद ने लोकतंत्र पर हमला किया है। उन पर हर हाल में कार्रवाई होनी चाहिए। कहा कि आगे भी पत्रकार एकजुटता के साथ आंदोलन करेंगे।

मौके पर राजेंद्र पाठक, रब नवाज़ आलम, चंदन सिंह, सुभाष मोदी, अमित कुमार सिंह, सहेंद्र प्रसाद, संजीव सागर, अरविंद यादव, आलोक, मनीष, दीपक केसरी, नवीन कुमार, गुलज़ार, राजेश, मुकेश मिश्रा, उज्ज्वल सिंह सहित अन्य मौजूद थे।

क्या है पूरा मामला

बिहार के सीएम नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के तहत कटिहार में थे। मौसम खराब होने की स्थिति में उनके हेलीकॉप्टर के भागलपुर में लैंड करने की संभावना थी, और सीएम के पहुंचने को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद थी। हवाई अड्डे पर भारी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी और सुरक्षाकर्मी मौजूद थे। वही भागलपुर के सांसद अजय मंडल भी अपने काफिले के साथ वहां पहुंचे । सांसद के काफिले के एक गाड़ी को हवाई अड्डे के गेट पर पुलिस ने रोक दिया, जिसमें कई महिलाएं और पुरुष जेडीयू पार्टी के कार्यकर्ता सवार थे। इसी दौरान, कुछ पत्रकारों ने इस घटना की तस्वीरें लेना शुरू कर दिया। तस्वीरें खींचते ही सांसद अजय मंडल भड़क उठे। आरोप है कि उन्होंने और उनके समर्थकों ने पत्रकारों के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। और दो पत्रकारों को जमीन पर पटक-पटककर मारना शुरू किया जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना को लेकर देश भर के पत्रकारों में रोष है और सभी इसकी निंदा के साथ सीएम नीतीश कुमार से भी सवाल पूछ रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार की सरकार को सुशासन की सरकार कहते हैं और जेडीयू के सांसद पत्रकारों को लात घुसे से पीट रहे हैं और सीएम कुछ भी नहीं बोल रहे हैं।

तेजस्वी ने सीएम के साथ पत्रकारों को भी लपेटे में लिया

तेजस्वी यादव ने अपने एक्स हैंडल से वीडियो शेयर करते हुए लिखा जेडीयू सांसद पत्रकारों को गाली के साथ पीट रहे है लेकिन सत्ता परस्त पत्रकारों ने बिहार में जंगलराज घोषित नहीं किया है क्योंकि बीजेपी साष्टांग होकर सत्ता की मलाई चाट रही है। जब दलितों-पिछड़ों-अल्पसंख्यकों-गरीबों और वंचितों की राजनीति करने वाले क्षेत्रीय दल राज्यों में ड्राइविंग सीट पर होते है तब ही मीडिया में जंगलराज का जलजला आता है। बिहार में अराजकता चरम पर है और CM अचेत है।

चौकीदार भर्ती: हाईटेक तरीके से अभ्यर्थियों के शारीरिक जांच की व्यवस्था

देवघर उपायुक्त विशाल सागर के आदेश पर जिला अंतर्गत चौकीदारों के रिक्त पदों पर सीधी नियुक्ति के लिए 22 दिसंबर को हुई लिखित परीक्षा के बाद सफल अभ्यर्थियों की शारीरिक जांच हेतु टेक्नोलॉजी का बेहतरीन उपयोग किया गया है, ताकि शारीरिक जांच में किसी भी प्रकार की कोई भी गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे। इसके अलावा बुधवार को चौंकीदारों की भर्ती के लिए होने वाली दौड़ में सभी उम्मीदवारो के पैर पर एक चिप बांधकर कंप्यूटर द्वारा नजर रखी जाएगी कि कौन सा उम्मीदवार कितने समय में कितना दौड़ा।

इसके अलावे दौड़ शुरू होने वाली जगह एक सेंसर प्लेट लगा होगा। उम्मीदवार जब यहां से दौड़ना शुरू करेगा, तो उसके टखने पर बंधी इलेक्ट्रॉनिक चिप उसे रेकॉर्ड कर लेगी। फिर हर बार राउंड पूरा होने पर चिप गिनती रेकॉर्ड कर लेगी। उम्मीदवार दौड़ने में कितना समय ले रहा है इसका रेकॉर्ड भी यह चिप रखेगी।

उपायुक्त के निर्देशानुसार रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप का किया गया है उपयोगरेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआई टेक्नोलॉजी) एक छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, आमतौर पर एक माइक्रोचिप के माध्यम से काम करता है, जिस पर जानकारी संग्रहीत होती है और बड़ी मात्रा में डेटा रख सकते हैं।

बंगाल के यूसुफ झारखंड के महिला के नाम पर मईया योजना का ले रहे थे लाभ

बोकारो : झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना लगातार सुर्खियों में रहा है। झारखंड विधानसभा चुनाव में मईया योजना केंद्र बिंदु बना रहा है। सरकार गठन के तुरंत बाद ही योजना का लाभ ले रहे लाभुको का भौतिक सत्यापन के लिए सभी जिला अधिकारी को निर्देश दिया इस क्रम में बोकारो में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है ।

एक ही खाता संख्या का 95 बार किया उपयोग

यूसुफ नामक के एक व्यक्ति ने तो 95 बार एक ही बैंक खाते से अलग – अलग नाम बदल कर आवेदन देने का एक रिकॉर्ड बनाया है। बोकारो के उपायुक्त विजया जाधव के निर्देश पर सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा योजना के लाभुकों का भौतिक सत्यापन के क्रम में एक ही बैंक खाता का नंबर दर्ज कर अलग – अलग नाम से अलग – अलग प्रखंडों से कुल 95 बार आवेदन पाया गया । जिसमें बोकारो जिला के चास प्रखंड के चास नगर निगम क्षेत्र से कुल 67 बार एवं गोमिया प्रखंड से कुल 28 बार आवेदन किया गया है। इस आवेदन में जिस खाता का उपयोग किया गया है वह अधिकतर इंडसइंड बैंक का है।

बोकारो का लाभुक आवेदन हुआ डाल्टेनगंज से

मईया सम्मान योजना का आवेदन सीएससी के माध्यम से पलामू जिला के डालटेनगंज के मेदनीनगर स्थित सीएससी वीएलई सुमीत कुमार के आइडी सं. 5423162200** से किया गया है। वही पश्चिम बंगाल के रहने वाले यूसुफ नाम के खाताधारक का खाता का उपयोग किया गया है। बैंक खाता संख्या 1002533870** जो पतागोड़ा, बड़ाखांती, उत्तरदिनाजपुर, पश्चिम बंगाल है। इस खाता संख्या का कुल 95 बार अलग – अलग लाभुक के नाम से योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया गया है।

राशन कार्ड संख्या भी फर्जी दर्ज किया गया है

योजना का लाभ लेने के लिए किए गए आवेदन में दर्ज राशन कार्ड का संख्या भी फर्जी है। जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने जांच के क्रम में इसकी पुष्टी की है। लाभुक के नाम के साथ उप नाम में मुर्मू, किस्कू और हांसदा का उपयोग किया गया है ।

सभी आवेदन एक ही जगह से एक दिन में ही किए गए थे

मईया सम्मान योजना का ऑनलाइन पोर्टल में 21 नवंबर 2024 को एक ही साथ कई आवेदन किया गया है। जांच के बाद उपायुक्त ने खाता धारक के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है। गड़बड़ी की पहले से थी आशंका इसलिए दिए जांच के आदेश सरकार ने जब योजना को लागू किया उस समय काफी कड़े नियम कानून बनाए लेकिन लोगों ने इसे हल्के में लिया और खुराफाती दिमाग लगाकर योजना का गलत तरीका से लाभ उठाना शुरू कर दिया।

पंचायत सचिव और सीओ ने किया अप्रूव

जब इसकी शुरूआत की गई थी तो सर्वर में काफी समस्याएं आ रही थीं जिसके कारण लाभुक के द्वारा किए आवेदन की अच्छे से जांच नहीं हो सका जो भी पोर्टल में आवेदन किया सभी को पंचायत सचिव और सीओ ने अप्रूव कर दिया। सरकार ने समीक्षा बैठक कर इसकी जांच के लिए सभी जिला अधिकारी को निर्देश दिया ।

1000 से बढ़ा कर 2500 हर महीना किया गया

बता दे कि झारखंड सरकार इस योजना के तहत 18 साल से 50 साल तक की महिलाओं को हर माह 1000 रुपया देने की शुरुआत की थी जिसके बाद चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के गोगो दीदी योजना जिसके तहत 2100 देने की बात कही जा रही थी तभी हेमंत सरकार ने इसे 1000 से बढ़ाकर 2500 कर दिया । अब हर महीने महिला के खाता में दिया जा रहा है । हालांकि इस योजना में भारी गड़बड़ी की शिकायतें सामने आ रही हैं और अधिकारी ने सभी सेविका को सख्त चेतावनी दी है और अच्छे से जांच करने का भी आदेश दिए हैं ।

पिता की हत्या का बेटे ने कुछ इस प्रकार लिया बदला

मानगो पुलिस ने संतोष हत्याकांड का किया खुलासा, मास्टरमाइंड रोहित दीक्षित समेत पांच गिरफ्तार

जमशेदपुर जिला के मानगो पुलिस ने मुंशी मोहल्ला के गुरुद्वारा रोड पर 19 जनवरी को हुए संतोष सिंह हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में घटना के मास्टरमाइंड रोहित दीक्षित समेत पांच हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है।

यह जानकारी एसएसपी किशोर कौशल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है। यह हत्यारोपी हुए गिरफ्तार एसएसपी ने बताया कि मामले में मास्टरमाइंड रोहित दीक्षित गिरफ्तार हुआ है। वह मानगो के गुरुद्वारा रोड का रहने वाला है। ‌ इसके अलावा, ओलीडीह थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर शिव मंदिर लाइन का रहने वाला शुभम कुमार, सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के छाया नगर का रहने वाला विमल गोप, मानगो के गुरुद्वारा रोड का रहने वाला विवेक कुमार तिवारी, मानगो के गुरुद्वारा रोड का रहने वाला अंकित शर्मा गिरफ्तार हुआ है। इनके पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा, एक पिस्टल, एक 315 बोर का कारतूस और हत्या में प्रयुक्त स्कूटी बरामद की है। एसएसपी ने बताया कि रोहित दीक्षित के पिता डब्बू दीक्षित की साल 2014 में हत्या कर दी गई थी। रोहित दीक्षित ने अपने पिता का बदला लेने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया है।घटना को अंजाम देने में रौनक ने की थी रोहित की वित्तीय मदद ! इस मामले में रौनक सिंह ने रोहित दीक्षित को वित्तीय मदद की और रेकी करने में भी मदद की। रौनक सिंह के पिता की हत्या साल 2009 में हुई थी। पुलिस ने रौनक सिंह और निखिल सिंह को सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में अब तक सात लोग गिरफ्तार किया जा चुके हैं और कुछ और लोग भी इस मामले में लिप्त हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।

प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद : प्रधानमंत्री

सबक लेना चाहिए और भविष्य में सुरक्षा के उचित इंतजाम सुनिश्चित करने चाहिए :- सीएम हेमंत

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए भगदड़ को लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कुंभ हादसे पर चिंता जाहिर की है। मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि महाकुंभ में हुई दुखद भगदड़ की खबर सुनकर मन व्यथित है, जिसमें कम से कम 15 निर्दोष लोगों की जान चली गई है। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोकसंतप्त तीर्थयात्री परिवारों के साथ हैं।इस दुखद घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। पूर्ण आशा है की भारत सरकार इस घटना की पूरी तरह से जांच करेगी और ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। हम सभी को मिलकर ऐसी त्रासदियों से सबक लेना चाहिए और भविष्य में सुरक्षा के उचित इंतजाम सुनिश्चित करने चाहिए ताकि ऐसी घटना दुबारा ना हो।

महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए : अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि महाकुंभ में आए संत समाज और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति पुनर्विश्वास जगाने के लिए ये आवश्यक है कि उप्र शासन-प्रशासन के स्थान पर महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए।
‘विश्वस्तरीय व्यवस्था’ करने के प्रचार करते हुए दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ गयी है, तो जो लोग इसका दावा और मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे में मृत्यु हुए लोगों की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए।

अभी तक 14 लोगों की मौत ,आधिकारिक पुष्टि नहीं

प्रयागराज के त्रिवेणी संगम तट पर मंगलवार- बुधवार की रात करीब 1:30 बजे अचानक से भगदड़ मच गई थी। इस हादसे में 14 लोगों की मौत की खबर है। 50 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय अस्पताल में अब तक 14 शव पोस्टमार्टम के लिए लाए जा चुके हैं। प्रयागराज कुंभ प्रशासन की और से अब तक मरने वालों और घायलों की आधिकारिक संख्या की पुष्टि नहीं की है।

अफवाह पर कोई ध्यान न दें, संयम से काम लें : मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से किया अपील सभी पूज्य संतों, श्रद्धालुओं, प्रदेश एवं देश वासियों से मेरी अपील है कि अफवाह पर कोई ध्यान न दें, संयम से काम लें, प्रशासन आप सभी की सेवा के लिए तत्परता से कार्य कर रहा है…

प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर ट्वीट किया प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं।

भगदड़ के कारण मोनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द…अखाड़ा परिषद ने लिया फैसला

कुंभ में भगदड़ बोले स्वामी प्रेमा नंद पूरी सेना के हवाले होता तो यह स्थिति नहीं होती

महाकुंभ में भगदड़ से भावुक हुए स्वामी प्रेमा नंद पूरी कैमरे पर फफक-फफक रो पड़े

उत्तर प्रदेश /प्रयागराज कुंभ में भगदड़ मचने के कारण कई श्रद्धालु की मौत और घायल होने की खबर सामने आ रही है। वही इस भगदड़ के कारण मौनी अमावस्या के दिन होने वाले अमृत स्नान को अखाड़ा परिषद ने रद्द कर दिया गया है।

अखाड़ा के महंत स्वामी प्रेमानंद पुरी ने कहा कि बहुत दुख हुआ कि प्रशासनिक अव्यवस्था के कारण कुंभ को कलंकित होना पड़ा है। हमने व्यक्तिगत तौर पर और सभी अखाड़ा के महंत ने कहा था करोड़ों में श्रद्धालु स्नान करने पहुंच रहे हैं। इस बात को लेकर यहां के प्रशासन से राज्य के डीजीपी मुख्य सचिव से बात कर चुके हैं प्रशाशन को बताया गया कि अत्यधिक भीड़ होने की संभावना है और मीडिया के माध्यम से प्रशासन को भी इसकी जानकारी थी इसके बावजूद भी पूरी प्रशासन की शक्ति वीआईपी लोगों के पीछे लगा दी गई ।

जब भी कोई वीआईपी लोग आते हैं जब भी कोई वीवीआईपी आते हैं तो उसी में पूरा प्रशासन व्यस्त हो जाते हैं और बाकी लोगों की सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ दी जाती है हम लोगों ने पूर्व में कहा था कि महाकुंभ को सेना के हवाले कर दिया जाए लेकिन नहीं किया गया और बहुत दुख है कि हमारे भक्त जो हैं वह अमृता स्नान करने पहुंचे और वह भगदड़ का शिकार हो गए फिलहाल भगदड़ के कारण अखाड़ा परिषद में निर्णय लिया है की अमृत स्नान को स्थगित किया गया। उन्होंने आगे कहा कि अब बाकी स्नान ठीक से होगा और कहा कि प्रधानमंत्री ने महाकुंभ को सेना के हवाले करने का संकेत दे दिया है।

साध्वी निरंजन ज्योति ने कही “यह दुखद घटना है। जो भी हुआ वो ठीक नहीं हुआ। अखाड़ा परिषद ने जनहित को ध्यान में रखते हुए अमृत स्नान को रद्द करने का फैसला लिया है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा, “जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे। जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़ा आज स्नान में भाग नहीं लेंगे।

मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं। यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट पहुंचना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए।

अल्ट्रासाउंड केंद्रों में जिला स्तर पर गठित टीम कर रही है औचक निरीक्षण

देवघर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी विशाल सागर की अध्यक्षता में पीसी-पीएनडीटी एक्ट-1994 से संबंधित जिला सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि पीसी-पीएनडीटी एक्ट के माध्यम से शिशु लिंग अनुपात में कमी को रोकने में मदद मिलती है और महिलाओं के सशक्तीकरण से जुड़े मुद्दों का समाधान होता है।

देवघर जिला में कुल 38 अल्ट्रासाउंड केंद्र हैं। सभी निबंधित अल्ट्रासाउंड केंद्रों में जिला स्तर पर गठित टीम के द्वारा औचक निरीक्षण कर जांच किया जा रहा है कि इस संस्थानों में भ्रूण हत्या, जन्म पूर्व लिंग परीक्षण और अन्य किसी भी माधयम से बेटियों की हत्या आदि का कार्य तो नकहि किह जा रहा है। अगर उपरोक्त मामलों में कोई भी संस्थान संलिप्त पाए जाते हैं तो उक्त संस्थान के लाइसेंस को रद्द करते हुए जिला स्तर से विधिसम्मत कार्यवाई की जाएगी।

क्या है पीसी-पीएनडीटी एक्ट

गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (PCPNDT) अधिनियम, 1994 भारत में कन्या भुण्र हत्या और गिरते लिंगानुपात को रोकने के लिए भारत की संसद द्वारा पारित एक संघीय कानून है। इस अधिनियम से प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्री-नेटल डायग्नोस्टिक टेक्निक (पीसी-पीएनडीटी एक्ट- 1994) के तहत जन्म से पूर्व शिशु के लिंग की जांच पर पाबंदी है। ऐसे में अल्ट्रासाउंड या अल्ट्रासोनोग्राफी कराने वाले जोड़े या करने वाले डाक्टर, लैब कर्मी को तीन से पांच साल सजा और 10 से 50 हजार जुर्माने की सजा का प्रावधान है।

अल्ट्रासाउंड केंद्रों द्वरा ऑनलाइन फॉर्म-F संधारण का हो विधिवत जांच

पीसी-पीएनडीटी एक्ट 1994 से संबंधित सलाहकार समिति की बैठक के माध्यम से सभी संबंधित अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि वैसे अल्ट्रासाउंड केंद्र जिनके द्वारा पीसी-पीएनडीटी वेबसाइट गरिमा झारखंड पर 10 से कम गर्भवती महिलाओं का ऑनलाइन फॉर्म-एफ का संधारण किया गया हो का समिति के अधिकारियों द्वारा जांच कराते हूए विस्तृत प्रतिवेदन जिला कार्यालय को उपलब्ध कराया जाय ताकि सबंधित विरुद्ध विधिसम्मत कार्यवाही की जा सके। आगे उन्होंने कहा कि जिले दिनांक-24.01.2025 से दिनांक- 31.01.2025 तक save the girl child सफ्ताह मनाया जा रहा है। जिसके तहत जिले के विभिन्न प्रखंडों के स्कूल, कॉलेज में पीसी-पीएनडीटी एक्ट की विस्तृत जानकारी के साथ साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के संबंध में जागरूकता का आयोजन किया जा रहा है।