दिल्ली : संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के बयान पर बवाल मच गया है। सोनिया गांधी ने संसद के बाहर राष्ट्रपति को ‘पूअर थिंग’ कहा। राहुल गांधी ने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण को बोरिंग बताया।

इस पर भाजपा ने पलटवार किया और इसे राष्ट्रपति का अपमान करार दिया। कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद शुक्रवार को कहा कि वह अपने संबोधन के आखिर तक थक गई थीं और बहुत मुश्किल से बोल पा रही थीं। उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं…वह मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी।’ वहीं, राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के भाषण को बोरिंग कहा।

सोनिया और राहुल से क्या उम्मीद की जा सकती है: धर्मेंद्र प्रधान
सोनिया गांधी की टिप्पणी को भाजपा ने राष्ट्रपति का अपमान करार दिया। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति का अपमान किया है।

कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और उनके बेटे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के खिलाफ जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया, मैं उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता। उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है ?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर ट्वीट कर लिखा महामहिम राष्ट्रपति जी का अपमान तो मोदी सरकार ने उसी दिन कर दिया था जब नई संसद के उद्घाटन समारोह में उन्हें नहीं बुलाया था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस व हमारे नेता कभी भी महामहिम राष्ट्रपति या किसी भी नागरिक का अपमान नहीं कर सकते हैं। ये हमारी संस्कृति नहीं है। लोकतंत्र के मंदिर और राम मंदिर – दोनों से हमारी मौजूदा राष्ट्रपति और पिछले राष्ट्रपति जी को भाजपा ने ही जान बूझकर दूर रखा था।

आज #EconomicSurvey ने मोदी सरकार को “सच्चाई का आईना” दिखाया है, अर्थव्यवस्था की दुर्दशा को छिपाने के लिए, भाजपा नेता और मीडिया का एक अंश, श्रीमती सोनिया गाँधी जी के वाक्यांश को तोड़-मरोड़ रहें हैं। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा महामहिम राष्टपति के पद की मर्यादा का आदर किया है।